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13 लाख किसानों के सपनों को लग सकता है झटका, कोरोना के चलते बजट की यह घोषणा नहीं हो पा रही पूरी

locationजयपुरPublished: Apr 27, 2020 11:03:58 pm

कोरोना का दंश, 13 लाख किसानों का दिन में बिजली पाने के सपने को लग सकता है झटका, बजट में की गई थी किसानों को खेती के लिए दो ब्लॉक दिन में बिजली की घोषणा

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जया गुप्ता / जयपुर. कोरोना वायरस का संक्रमण हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ 13 लाख किसानों के दिन में बिजली पाने के सपने को भी झटका दे सकता है। दरअसल, राज्य सरकार ने इसी बजट में किसानों को दो ब्लॉक में दिन में बिजली देने की घोषणा की थी। इस घोषणा से सर्दी के समय रात में सिंचाई करने वाले किसानों को राहत मिलने की भी उम्मीद थी। लेकिन, कोरोना महामारी के चलते अब उम्मीद समय पर पूरी होती नहीं दिखाई दे रही है। डिस्कॉम्स के सामने अभी वर्तमान सिस्टम को चलाए रखने, कर्मचारियों को समय पर वेतन देना ही चुनौती बना हुआ है। ऐसे में नए विकासात्मक प्रोजेक्ट पर कुछ समय के लिए कैंची भी चल सकती है।
यह थी घोषणा
किसान को खेती के लिए रात्रि में बिजली उपलब्ध करवाए जाने से उन्हें शारीरिक व मानसिक कष्ट उठाना पड़ता है। सरकार ने किसानों की इस पीड़ा को दूर करने लिए प्रथम चरण में 1 अप्रेल 2021 तक अजमेर, प्रतापगढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, बांसवाडा, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़ सहित कई जिलों के सभी फीडरों पर दिन के ही ब्लॉक में विद्युत आपूर्ति के लिए तंत्र को सुदृढ करने की योजना है। इसके तहत आगामी तीन वर्षों में 220 केवी के 6 नए जीएसएस, 132 केवी के 30 नए जीएसएस की स्थापना की जाएगी। इस व्यवस्था से तीन वर्ष में राज्य के सभी किसानों को दिन के दो ब्लॉक में कृषि के लिए बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। इस पर लगभग दो हजार करोड़ रुपए का व्यय किया जाएगा।
यों मिलनी थी राहत

इस घोषणा के पूरी होने से 13 लाख किसानों का दिन में बिजली का सपना साकार होगा और उन्हें राहत मिलेगी। दो ब्लॉक में दिन के वक्त बिजली की घोषणा से पूरे बिजली तंत्र को सुदृढ़ीकरण के साथ ही सोलर ऊर्जा पर भी खास फोकस किया जाना है।
अब यह है परेशानी
लॉकडाउन के कारण घाटे के चल रही बिजली कम्पनियों के पास वर्तमान सिस्टम को चलाए रखने के लिए भी बजट की कमी आ गई है। वहीं राज्य सरकार के पास भी कोष की कमी है। कोरोना का संक्रमण खत्म होने तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने की कम ही उम्मीद है।
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