किसान को खेती के लिए रात्रि में बिजली उपलब्ध करवाए जाने से उन्हें शारीरिक व मानसिक कष्ट उठाना पड़ता है। सरकार ने किसानों की इस पीड़ा को दूर करने लिए प्रथम चरण में 1 अप्रेल 2021 तक अजमेर, प्रतापगढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, बांसवाडा, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़ सहित कई जिलों के सभी फीडरों पर दिन के ही ब्लॉक में विद्युत आपूर्ति के लिए तंत्र को सुदृढ करने की योजना है। इसके तहत आगामी तीन वर्षों में 220 केवी के 6 नए जीएसएस, 132 केवी के 30 नए जीएसएस की स्थापना की जाएगी। इस व्यवस्था से तीन वर्ष में राज्य के सभी किसानों को दिन के दो ब्लॉक में कृषि के लिए बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। इस पर लगभग दो हजार करोड़ रुपए का व्यय किया जाएगा।
लॉकडाउन के कारण घाटे के चल रही बिजली कम्पनियों के पास वर्तमान सिस्टम को चलाए रखने के लिए भी बजट की कमी आ गई है। वहीं राज्य सरकार के पास भी कोष की कमी है। कोरोना का संक्रमण खत्म होने तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने की कम ही उम्मीद है।