मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अब प्रवासियों एवं श्रमिकों के शीघ्र आवागमन के लिए अधिकारी बेहतर तालमेल के साथ पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करें। अब तक हुए पंजीयन के आधार पर सूचियां तैयार कर संबंधित राज्यों के साथ साझा कर ली जाएं। प्रदेश में जिन स्थानों से विशेष ट्रेनों का आवागमन होना है, वहां माकूल इंतजाम के लिए अतिरिक्त अधिकारियों को लगाया जाए।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर लॉकडाउन एवं प्रवासी श्रमिकों के आवागमन को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि राज्य सरकार की मांग के बाद केन्द्र सरकार ने प्रवासियों एवं श्रमिकों के आवागमन के लिए विशेष ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी है।
बसों का भी करें इस्तेमाल मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष ट्रेनों के साथ-साथ रोडवेज एवं निजी बसों के माध्यम से भी प्रवासियों को लाया जाए। इसके लिए पूरी प्रक्रिया निर्धारित करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि श्रमिकों और प्रवासियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
वृद्ध, गर्भवती व बच्चों को प्राथमिकता मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वृद्ध, गर्भवती महिलाओं, बच्चों सहित ऐसे लोग जिन्हें अपने गृह स्थान पर भेजा जाना बेहद जरूरी है, उन्हें प्राथमिकता के आधार भेजा जाना सुनिश्चित करें। वाहनों की व्यवस्था में सेवाभावी लोगों की भी मदद ली जा सकती है।
प्रवासी के निजी वाहन के लिए पास गहलोत ने कहा कि जो प्रवासी स्वयं निजी वाहनों अथवा बसों के जरिए आना-जाना चाहते हैं, उन्हें संबंधित राज्यों के साथ समन्वय कर जल्द पास जारी करवाएं।