यादा शिकंजा अंदरूनी इलाकों में देखने को मिला, जहां कर्फ्यू के बावजूद लोग चहलकदमी करते नजर आते थे, वहां निर्भया स्क्वायड के बार—बार रूट मार्च के चलते लोग बाहर नहीं निकले। जो लोग सड़कों पर नजर आए, उन्हें पुलिस ने घरों में रहने की सख्त हिदायत दी। यही नहीं कई जगहों पर पुलिस ने दुपहिया वाहनों की हवा ही निकाल दी, जिसके चलते लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।
इसके बाद गलियों में जहां घुड़सवार पुलिसकर्मियों ने गश्त की। चौराहों और घरों से बाहर आने वाले लोगों केा सख्ती के साथ समझाया गया और घरों के भीतर रहने के निर्देश दिए। इसके बाद भी लगातार पुलिस गश्ती वाहनों के जरिए पूरे क्षेत्र में लोगों को घरों के भीतर रहने को कहा गया। मंगलवार को परकोटे की गलियों में आने वाले सब्जी और फलों के ठेलों को भी रोक दिया गया। इसी के साथ दूध की सप्लाई भी बाधित हुई। कई जगहों पर प्रशासन की ओर से जारी परचून सामान की सूची वाले दुकानदारों ने सामान भी उपलब्ध नहीं करवाया।
समझाइस पर जोर कर्फ्यूग्रस्त इलाके में पुलिस के गश्ती वाहन लोगों को घरों के भीतर रहने के लिए समझाते हुए नजर आए। एक बार समझाने के बाद भी दूसरे राउंड में भी बाहर नजर आने पर पुलिस ने सख्ती जरूर की। मंगलवार को जौहरी बार की हल्दियों का रास्ता, घीवालों का रास्ता, एमएसबी के रास्ते के अलावा गोपालजी का रास्ता और जौहरी बाजार, तेलीपाडा में पुलिस ने कई बार घरों के भीतर रहने के लिए घोषणा करवाते हुए कहा कि घर के भीतर रहकर ही सुरक्षित रह सकते हैं और घर से बाहर आने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
हर व्यक्ति को रोककर जांचा
परकोटे के हर हिस्से में आने—जाने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की गई। सभी प्रवेश द्वारों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा। केवल स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सीधे जाने दिया गया। अन्य जरुरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को पूछताछ के बाद ही निकलने दिया गया।