न्यायाधीश एसपी शर्मा मंगलवार को जमानत अर्जियों की सुनवाई कर रहे थे। एक मामले में करीब 12 बजे जब आरोपी विनोद की जमानत अर्जी पर बहस होनी थी। इसके लिए संंबंधित वकील को वीडियो कॉलिंग की गई। इस पर वकील ने बनियान में ही बहस करना शुरू कर दिया। एडवोकेट के यूनिफार्म में नहीं होने से न्यायाधीश ने नाराजगी जाहिर की। बहस सुनना बंद कर केस में आगे की तारीख दे दी।
इसके बाद न्यायालय ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष महेन्द्र शांडिल्य व महासचिव अंशुमान सक्सैना को कोर्ट में बुलाया और कहा कि वे एडवोकेट को समझाएं कि वे प्रोपर यूनिफार्म में बहस करें। जिस पर बार पदाधिकारियों ने अदालत को आश्वस्त किया कि वे इस संबंध में एडवोकेट्स काे अवगत करा देंगे।