-कोरोना संक्रमण नियंत्रण में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण ही कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है और प्रदेश में संक्रमितों की दोगुने होने की दर भी 18 दिन से बढ़कर 20 दिन हो गई है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में शनिवार सुबह तक कोरोना के दस हजार 128 मामले सामने आ चुके थे, जिनमें सात हजार 384 मरीज ठीक हो चुके हैं, इससे ठीक होने वाले मरीजों की दर 72.91 प्रतिशत तक पहुंच गई हैं। स्वस्थ हुए मरीजों में अब तक 6855 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है। राज्य में अब सक्रिय मरीजों की संख्या अब करीब ढाई हजार रह गई हैं।
-देशभर में सराहना…खतरा अभी टला नहीं सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले जैसे ही सामने आए, राज्य सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए धर्म गुरुओं, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, उद्यमियों सहित सभी वर्गों को साथ लिया। इस कारण राजस्थान में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही। पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, ऐसे में धर्म स्थलों को फिर से खोले जाने में सभी के सुझाव महत्वपूर्ण हैं।
-सुझावों के आधार पर होगा निर्णय चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि संकट की इस घड़ी को राज्य सरकार ने एक अवसर के रूप में लेते हुए प्रदेश में चिकित्सा के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की पहल की है। मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने कहा कि धर्म स्थलों को खोले जाने पर संक्रमण से बचाव को लेकर व्यवस्था, भीड़ के नियंत्रण तथा हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना जैसे विषयों पर सुझावों के आधार पर ही उचित निर्णय लिया जा सकेगा।
-7000 से ज्यादा रोगी हुए ठीक अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा रोहितकुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में अब तक कोरोना के 10 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें से 7384 रोगी ठीक भी हो चुके हैं। अब तक इस दिशा में हमारा प्रबंधन बेहतर रहा है।
-गंभीर मरीजों की संख्या कम राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति फिलहाल नियंत्रित है। बहुत कम संख्या में इसके गंभीर मरीज सामने आए। जनभागीदारी के बिना यह संभव नहीं था। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने भी विचार व्यक्त किए।