किसी का नाम लिए बगैर खाचरियावास ने भाजपा विधायकों पर निशाना साधा। कहा कि खुद के विधानसभा क्षेत्र में होटल और अस्पतालों में लोगों को क्वारेंटाइन करने का विरोध कर रहे हैं। जबकि कोरोना से मौत के बाद तीन लेयर में बॉडी भेजी जा रही है। इसके बाद भी कब्रिस्तान में विरोध नहीं हुआ, लेकिन श्मशान में विरोध हुआ। कई लोग कह रहे हैं कि यहां के अस्पतालों में लेकर मत आओ, यदि मरीज अस्पताल में नहीं आएगा तो क्या उसे जंगल में लेकर जाएंगे। कल मुख्यमंत्री, मंत्री, डॉक्टर, पुलिस, कम्पाउंडर कह देगा कि कारोना वाले के पास नहीं जाएंगे तो देश कैसे चलेगा भाई। लड़ लड़कर सब मर जाएंगे।
इंसान बनोगे तो भगवान मिलेगा
एक घटना का जिक्र करते हुए खाचरियावास ने कहा कि कांति चंद्र रोड पर एक होटल है। उस होटल का मालिक सेवा में लगा हुआ था। वह भाजपा का पदाधिकारी था। उसका नाम असफाक है। 25 साल से जानता हूं। उनकी डेथ हो गई। कोरोना हो गया तो अस्पताल चला गया। उनके परिवार के लोग होटल में चले गए। वहां पर हिन्दू—मुसलमान दोनों रहते हैं। लोगों ने विरोध किया कि हम इनको यहां नहीं रहने देंगे। अब मुसलमान के मोहल्ले में हिन्दू नहीं घुसने दें। हिन्दू मोहल्ले में मुसलमान नहीं घुसने दें। उन्होंने कहा कि मेरे घर के के सामने एक हिन्दू रहता है, वह अमरीका से आया था। 15 दिन क्वारेंटाइन में रहा। क्या मैं उसको घर में नहीं रहने दूं। यह पाप है। ज्यादा विरोध करेंगे उनके पक्का कोरोना होगा। सरकार पागल नहीं है, हम पागल नहीं है। श्मशान और कब्रिस्तान में विरोध मत करो।
एक घटना का जिक्र करते हुए खाचरियावास ने कहा कि कांति चंद्र रोड पर एक होटल है। उस होटल का मालिक सेवा में लगा हुआ था। वह भाजपा का पदाधिकारी था। उसका नाम असफाक है। 25 साल से जानता हूं। उनकी डेथ हो गई। कोरोना हो गया तो अस्पताल चला गया। उनके परिवार के लोग होटल में चले गए। वहां पर हिन्दू—मुसलमान दोनों रहते हैं। लोगों ने विरोध किया कि हम इनको यहां नहीं रहने देंगे। अब मुसलमान के मोहल्ले में हिन्दू नहीं घुसने दें। हिन्दू मोहल्ले में मुसलमान नहीं घुसने दें। उन्होंने कहा कि मेरे घर के के सामने एक हिन्दू रहता है, वह अमरीका से आया था। 15 दिन क्वारेंटाइन में रहा। क्या मैं उसको घर में नहीं रहने दूं। यह पाप है। ज्यादा विरोध करेंगे उनके पक्का कोरोना होगा। सरकार पागल नहीं है, हम पागल नहीं है। श्मशान और कब्रिस्तान में विरोध मत करो।