स्कूलों के पास नहीं कोई स्पष्ट निर्देश
गौरतलब है कि शिक्षण संस्थानों के पास शिक्षा विभाग की ओर से अब तक इस संबंध में कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं आए हैं कि यदि स्कूल में स्टाफ का कोई सदस्य कोविड 19 की चपेट में आता है तो उन्हें क्या करना होगा। ऐसे में अब स्कूल स्थानीय सीबीईओ को इसकी जानकारी देते हैं और वहां से प्राप्त निर्देशों के बाद स्टाफ को क्वारंटाइन होने के लिए निर्देश दे रहे हैं। ऐसे में कहीं दो दिन तो कहीं स्कूल स्टाफ को सात से 10 दिन तक क्वारंटाइन में रहने को कहा जा रहा है।
कोविड पॉजिटिव केस का आंकड़ा एक दर्जन पार
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के कोविड 19 की चपेट में आने का आंकड़ा अब तक एक दर्जन की संख्या को भी पार कर चुका है। एक शिक्षक की कोविड से मौत हो चुकी है तो शिक्षा संकुल में एक संयुक्त निदेशक भी इसकी चपेट में आ चुकी है। वहीं विभिन्न शिक्षक संगठन वर्क फ्रॉम होम दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि शिक्षण संस्थानों के पास शिक्षा विभाग की ओर से अब तक इस संबंध में कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं आए हैं कि यदि स्कूल में स्टाफ का कोई सदस्य कोविड 19 की चपेट में आता है तो उन्हें क्या करना होगा। ऐसे में अब स्कूल स्थानीय सीबीईओ को इसकी जानकारी देते हैं और वहां से प्राप्त निर्देशों के बाद स्टाफ को क्वारंटाइन होने के लिए निर्देश दे रहे हैं। ऐसे में कहीं दो दिन तो कहीं स्कूल स्टाफ को सात से 10 दिन तक क्वारंटाइन में रहने को कहा जा रहा है।
कोविड पॉजिटिव केस का आंकड़ा एक दर्जन पार
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के कोविड 19 की चपेट में आने का आंकड़ा अब तक एक दर्जन की संख्या को भी पार कर चुका है। एक शिक्षक की कोविड से मौत हो चुकी है तो शिक्षा संकुल में एक संयुक्त निदेशक भी इसकी चपेट में आ चुकी है। वहीं विभिन्न शिक्षक संगठन वर्क फ्रॉम होम दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।