वंदे भारत मिशन के तहत जयपुर में करीब एक दर्जन देशों से 220 फ्लाइट्स लैंड की थीं। इनमें आए 32 हजार प्रवासियों की जांच हुई। जिसमें 390 यात्री पॉजिटिव पाए गए। उन्हें अस्पताल भेजा गया। साथ आए यात्रियों को होम क्वॉरंटीन किया गया। जुलाई में एक पॉजिटिव एयरपोर्ट पहुंच गया था। मेडिकल जांच में उसने खुद को इसकी पुष्टि की थी।
दो अक्टूबर को एक यात्री जयपुर से दुबई पहुंचा। वहां मेडिकल जांच में उसने खुद को पॉजिटिव होना कबूला। रिपोर्ट भी दिखाई। जिसके बाद दुबई एयरपोर्ट प्रशासन ने जयपुर से आने वाली एयर इंडिया की विमान पर पंद्रह दिन तक रोक लगा दी। सूचना पर एयर इंडिया ने ट्वीट करके माफी मांगी और जयपुर एयरपोर्ट पर ग्राउंड स्टाफ से गलती होना बताया।
पड़ताल में सामने आया कि कई यात्री थर्मल स्कैनर को गच्चा देने के लिए पैरासिटामॉल गोली खाकर सफर कर रहे हैं ताकि स्कैनिंग के दौरान उनके शरीर का तापमान सामान्य आए और बुखार का पता नहीं लग सके। इससे भी कोरोना के संक्रमण की आशंका बढ़ रही है।
जोधपुर में लगातार मामले सामने आ रहे है। यहां हाल ही जोधपुर से दुबई जा रही कोरोना संक्रमित युवती को विमान में बैठने के बाद उतारा गया। इसी तरह जोधपुर से बैैंगलूरु जा रहे एक युवक को भी यात्रा से रोका गया। मेडिकल टीम ने दोनों को रुकवाने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन को कहा था।