हुआ यूं कि रामगंज क्षेत्र से दो युवतियां जिनकी उम्र 32 और 25 है स्कूटी से शनिवार सुबह 6 बजे मुरलीपुरा स्कीम एक घर में पहुंची। घर के आस-पास के लोगों ने 15-20 दिन से बंद मकान में लाइट जली देखी तो उनको शक हुआ। पड़ोसियो ने तुरंत थानाधिकारी रामवतार ताखर को सूचना दी। थानाधिकारी ने तुरंत चेतक में तैनात पुलिसकर्मियों को उस मकान में पता करने को भेजा।
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पुलिसकर्मी पड़ोसियों और युवतियों को हिदायत देकर वापस आ गए। कुछ ही देर बाद में रामगंज थाने से कोरोना पॉजिटिव की सूची थानाधिकारी रामवतार ताखर के पास पहुंची। सूची देखकर थानाधिकारी ने चेतक पुलिस से घर का पता करवाया तो यह वही घर निकला। इस पर थानाधिकारी मय जाप्ता तुरंत युवतियों के घर पहुंचे। झूठ बोलती रही युवतियां
थानाधिकारी रामवतार ताखर ने बताया कि युवतियां सुबह छह बजे सुभाष चौक से स्कूटी पर मुरलीपुरा स्कीम अपने घर आई थी। दोनों पिछले 15-20 दिन से अपने ननिहाल सुभाष चौक गई थीं। 8 अप्रेल को दोनों ने रामगंज में अपने सैम्पल दिए थे, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दोनों को शायद कोरोना पॉजिटिव होने का अंदेशा था। उन्होंने बताया कि युवतियों के घर पहुंचने के बाद दोनों नेे दरवाजा ही नहीं खोला। और बार-बार झूठ बोलती रही कि हमारी कोई जांच नहीं हुई हम एकदम सही हैं। पुलिस ने मेडिकल टीम को सूचित किया। मेडिकल टीम और एम्बुलेंस के पहुंचने के बाद युवतियों ने दरवाजा खोला। दोनों को एसएमएस अस्पताल भिजवाया गया।
थानाधिकारी रामवतार ताखर ने बताया कि युवतियां सुबह छह बजे सुभाष चौक से स्कूटी पर मुरलीपुरा स्कीम अपने घर आई थी। दोनों पिछले 15-20 दिन से अपने ननिहाल सुभाष चौक गई थीं। 8 अप्रेल को दोनों ने रामगंज में अपने सैम्पल दिए थे, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दोनों को शायद कोरोना पॉजिटिव होने का अंदेशा था। उन्होंने बताया कि युवतियों के घर पहुंचने के बाद दोनों नेे दरवाजा ही नहीं खोला। और बार-बार झूठ बोलती रही कि हमारी कोई जांच नहीं हुई हम एकदम सही हैं। पुलिस ने मेडिकल टीम को सूचित किया। मेडिकल टीम और एम्बुलेंस के पहुंचने के बाद युवतियों ने दरवाजा खोला। दोनों को एसएमएस अस्पताल भिजवाया गया।