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Corona : 10 बड़े राज्यों के तुलनात्मक अध्ययन में राजस्थान बना अव्वल

locationजयपुरPublished: Jun 02, 2020 05:59:22 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

Corona : जयपुर . Central Government की ओर से किए गए 10 राज्यों के तुलनात्मक अध्ययन में Rajasthan हर इंडेक्स में अव्वल रहा है। Medical and Health Minister Dr. Raghu Sharma ने इसका श्रेय Micro Planning और प्रदेशवासियों की सजगता और सावधानी को दिया है।

Corona effect-हताशा और तनाव लील रहे जान

Corona effect-हताशा और तनाव लील रहे जान

Corona : जयपुर . केंद्र सरकार ( Central Government ) की ओर से किए गए 10 राज्यों के तुलनात्मक अध्ययन में राजस्थान ( Rajasthan ) हर इंडेक्स में अव्वल रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ रघु शर्मा ( Medical and Health Minister Dr. Raghu Sharma ) ने इसका श्रेय माइक्रो प्लानिंग ( Micro Planning ) और प्रदेशवासियों की सजगता और सावधानी को दिया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने कोरोना को लेकर 10 राज्यों की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए किए कार्यों का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस रिपोर्ट में राजस्थान अव्वल रहा है। एक्टिव केसेज, रिकवर केसेज, मृत्यु दर सहित कोरोना की रोकथाम के सभी क्षेत्रों में राजस्थान नंबर वन पर है।

उन्होंने बताया कि पूरे देश में 35 लाख टेस्ट हुए हैं और अकेले राजस्थान में 4 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं। सवाईमानसिंह अस्पताल में 1 लाख 10 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में 18 दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो रही है जबकि देश में यह दर 12 दिन है। इसके कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ नीचे जा रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में मृत्युदर 2.16 है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। प्रदेश में आज 18 हजार 250 टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली है। जल्द ही 25 हजार के लक्ष्य को भी अर्जित कर लिया जाएगा।
माइक्रो प्लानिंग के चलते ही कोरोना गांवों में फैलने से बचा
उन्होंने कहा कि सरकार ने होम, इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन सेंटर, कोविड केयर सेंटर, कोविड डेडिकेटेड अस्पताल आदि व्यवस्थाओ से संक्रमितों की तादात को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश की संस्थागत क्वारंटीन सुविधा अव्वल दर्जे की रही है। ग्राम, उपखंड और जिला स्तर पर कमेटी बनाकर जो माइक्रो लेवल पर काम किया उसी का नतीजा रहा कि 11 लाख लोग अहमदाबाद, सूरत, मुंबई जैसे देश के अन्य संक्रमित हिस्सों से गंवों में आए लेकिन संक्रमण उतना नहीं फैल पाया।
पॉजिटिव ग्राफ में आई कमी
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि राज्य में पहले कोरोना केसेज का ग्राफ बढ गया था, लेकिन अब यह नीचे आ रहा है। प्रदेश में अब लोगों की सावधानी की वजह से संक्रमण बढ़ नहीं रहा है। अब ग्रामीण लोगों में भी कोरोना को लेकर जागरुकता आने लगी है। प्रदेश में हालांकि 2803 एक्टिव केसेज हैं, लेकिन इनमें से 2620 प्रवासी कामगार हैं। प्रवासियों को छोड़कर केवल 183 केसेज वर्तमान में एक्टिव हैं।
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