कोरोना का कहर: बच्चे ने गुल्लक तोड़कर दिए 5100 रुपए, विदेशी पर्यटकों को भेजा स्वदेश
जयपुरPublished: Mar 30, 2020 10:02:48 pm
जयपुर. कोरोना संक्रमण की वजह से चल रहे लॉक डाउन से प्रभावितों को हरसंभव राहत में जुटे भामाशाहों, दानदाताओं और संस्थाओं के साथ-साथ अब नौनिहाल भी आगे आकर हिस्सा बंटा रहे हैं। जैसलमेर में कक्षा छठी के छात्र सौम्य और नर्सरी में पढऩे वाले हितेन छंगाणी पिता विनय छंगाणी के साथ जैसलमेर जिला कलक्टर नमित मेहता को 5100 रुपए का चेक सौंप कर आए हैं। यह उनकी गुल्लक का संचित पैसा है जिसे आपदा की इस घड़ी में छोटी सी मदद के रूप में स्वीकार किया जाए।
कोरोना का कहर: बच्चे ने गुल्लक तोड़कर दिए 5100 रुपए, विदेशी पर्यटकों को भेजा स्वदेश
उधर माउंट आबू में फँसे 130 विदेशी पर्यटकों को राज्य सरकार ने उनके वतन लौटने की व्यवस्था कर दी है। माउंट आबू में बड़ी तादाद में रुस सहित विभिन्न देशों के करीब 130 पर्यटक फंसे हुए थे। विशेषकर रूस से आये 114 लोगों को कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर एहतियात के तौर पर सेल्फ क्वारंनटाइन में रखा गया था। उनकी निरंतर जांच की जा रही थी। हर बार जांच में किसी भी विदेशी नागरिक में कोरोना संक्रमण से लेकर सामान्य मौसमी व्याधियों के भी कोई लक्षण प्राप्त नहीं हुए। सभी औपचारिकताएं पूरी होने पर 114 रूसी नागरिकों समेत विभिन्न देशों के कुल 130 पर्यटकों को वापस भेजने की समुचित व्यवस्था की गई।
इस बीच अलवर जिला प्रशासन ने लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद को राशन किट एवं भोजन पैकेट वितरण करने की पूरी तैयारी कर ली है। अभी राशन किट और भोजन के पैकेट भामाशाह के सहयोग से दिए जा रहे हैंं लेकिन शीघ्र ही जिला प्रशासन प्रशासनिक स्तर पर राशन किट और भोजन किट का वितरण करेगा। अलवर के जिला रसद अधिकारी रवि यादव ने बताया कि राशन किट और भोजन पैकेट वितरण की सुचारू व्यवस्था के लिए वार्ड वाइज सर्वे किया गया है जिसमें नगर परिषद, स्वयंसेवी संस्थाएं और पार्षद शामिल हैं। एक सूची तैयार की गई है जिसमें अभावग्रस्तों को राशन किट और भोजन की किट उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा का गेहूं नही मिलने वाले अभावग्रस्त लोगों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी और सर्वे सूची के अनुसार ही यह किट वितरित की जाएगी।