एमएनआई के हॉस्टलों में अब सिर्फ 25 से 30 विदेशी छात्र ही रहेंगे, इन्हें भी अपने देश जाने का वीजा नहीं मिल रहा है। हालात ये हैं विद्यार्थी खुद ही हॉस्टल खाली कर जाने लगे हैं। एनएमआईटी ने सभी विद्यार्थियों ये हॉस्टल खाली करने को कहा है। एमएनआईटी के डीन एकेडमिक के.आर.नियाजी ने बताया कि करीब 14 हॉस्टलों में 4 हजार से अधिक विद्यार्थी हैं, इन सभी को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर हॉस्टल खाली करने को कहा है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरके कोठारी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने अपने सभी संबद्ध महाविद्यालयों को भी 30 मार्च तक पीजी टीचिंग स्थगित किए जाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। विश्वविद्यालय ने अपने सभी छात्रावासों के वार्डन को भी इस संबंध में यह निर्देश दिए हैं कि वे छात्रावासों में रहने वाले छात्र छात्राओं को नाश्ता व भोजन समूह के स्थान पर अलग अलग छोटे रूप में ही देने की व्यवस्था करें। विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन मोहनलाल शर्मा ने बताया कि यूजी के अभी एग्जाम चल रहे हैं, वहीं पीजी स्टूडेंटस से रिक्वेस्ट की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए एहतियात के तौर पर हॉस्टल खाली कर दें। विश्वविद्यालय के 14 हॉस्टलों में करीब 1500 विद्यार्थी रहते हैं।
सतर्कता के तौर पर विश्वविद्यालय ने केंद्रीय पुस्तकालय के रीडिंग रूम को भी 30 मार्च तक बंद किए जाने के साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय में 30 मार्च तक प्रस्तावित सभी सेमिनार, कॉन्फ्रेंसेस वह उद्घाटन समारोह के कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिए हैं। विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षाएं अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार ही होंगी। परीक्षाओं में विश्वविद्यालय ने कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया है।