इससे पहले पहली, दूसरी और तीसरी खेप में मिलाकर राज्य को अब तक वैक्सीन की 12,66,000 डोज मिल चुकी हैं। इनमें से 1,72,000 कोवैक्सीन और शेष कोविशील्ड वैक्सीन हैं। इधर, राज्य को वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के लिए भी 2,48,650 डोज मिल चुकी हैं। पहले चरण की दोनों डोज के लिए राज्य को 1017350 वैक्सीन चाहिए होगी। वैक्सीन सेंटरों की संख्या भी अब 350 से बढ़ाकर 500 तक करने की शुरुआत कर दी गई है। गौरतलब है कि कोवैक्सीन का उपयोग अभी तक जयपुर के 6 केन्द्रों पर ही हो रहा था।
वैक्सीनेशन 15 प्रतिशत बढ़ा
सम्बन्धित कार्मिक नहीं पहुंचें तो केन्द्र पर मौजूद अन्य पंजीकृत लाभार्थी को कोरोना वैक्सीन लगाने की छूट मिली तो राज्य में शुक्रवार को वैक्सीनेशन 15 प्रतिशत बढ़ गया। यह 68.42 प्रतिशत दर्ज हुआ। हालांकि कोवैक्सीन का प्रतिशत मात्र 38.45 रहा जबकि कोविशील्ड का प्रतिशत 69.51 रहा है। वहीं, राज्य में सामान्य दुष्प्रभाव के 18 मामले सामने आए हैं। इनमें 4 भरतपुर, 7 बीकानेर, 2 चित्तौडग़ढ़ और 1-1 अलवर, बूंदी, धौलपुर, पाली, जैसलमेर के हैं।
जिलेवार इतना रहा वैक्सीनेशन
अजमेर में 101.57, अलवर 75.06, बांसवाड़ा 69.38, बारां 77.14, बाड़मेर 48.67, भरतपुर 74.42, भीलवाड़ा 84.88, बीकानेर 72.60, बूंदी 87, चित्तौडग़ढ़ 63.76, चूरू 70.30, दौसा 55.95, धौलपुर 63.50, डूंगरपुर 43.30, गंगानगर 63.10, हनुमानगढ़ 55.72, जयपुर 64.42, जैसलमेर 63.08, जालोर 45.61, झालावाड़ 66.50, झुंझुनूं 86.07, जोधपुर 91.89, करौली 56.75, कोटा 55.59, नागौर 64.51, पाली 51.96, प्रतापगढ़ 39, राजसमंद 75.42, सवाईमाधोपुर 68.75, सीकर 76.83, सिरोही 94.33, टोंक 66.23, उदयपुर में 74.30 प्रतिशत।