इस वर्ग में अब तक 18.61 युवाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वहीं कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 12.70 लाख डोज बुधवार को मिलेंगी। जबकि 44 से अधिक आयु वर्ग के लिए रखी वैक्सीन का उपयोग युवाओं वर्ग के लिए भी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जून के शेष 22 दिन में युवा वर्ग की चिह्नित आबादी 31368802 करोड़ में से 51 लाख से अधिक यानी 22 प्रतिशत युवा पहली डोज से कवर हो जाएंगे।
दरअसल, राज्य की क्षमता प्रतिदिन लगभग 7 लाख डोज लगाने की है। वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य एक दिन में 5.81 लाख डोज भी लगा चुका है। ऐसे में अब वैक्सीन का बंपर स्टॉक मौजूद होने पर प्रतिदिन दो से ढाई लाख वैक्सीन की क्षमता तक जाने की तैयारी है। अब दोनों आयु वर्ग के वैक्सीनेशन सत्र भी एक ही होंगे। अब तक अलग अलग वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलने से सत्र भी अलग-अलग चल रहे थे।
18 प्लस को 50 लाख डोज का लक्ष्य इस माह यों होगा पूरा
– युवाओं को अब तक वैक्सीन लगी: 18.61 लाख
– बुधवार को इस वर्ग के लिए वैक्सीन मिलेेगी: 12.70 लाख
– 44 से अधिक आयु के लिए रखी वैक्सीन में से उपयोग की संभावना अनुमानित: 10 लाख
– 21 जून के बाद केन्द्र से और वैक्सीन मिलने का अनुमान: 10 लाख
– इस माह के अंत तक लक्ष्य हासिल होने का अनुमान: 51.31 लाख
इस तरह होगा 18 प्लस के लिए 44 प्लस की वैक्सीन का उपयोग
चिकित्सा विभाग ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इसमें जिलों में अब तक 44 से अधिक आयु वर्ग के हिसाब से प्राप्त लक्ष्य को आधार बनाया गया है।
यहां होगा 75 प्रतिशत उपयोग
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक नागौर, बूंदी, झुंझुनूं, अलवर, अजमेर, जयपुर प्रथम, कोटा, सीकर और चित्तौडग़ढ़ में 45 प्लस श्रेणी के 80 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। इन जिलों के स्टॉक में से 75 प्रतिशत का उपयोग 18 प्लस श्रेणी में किया जाएगा।
यहां 50 प्रतिशत उपयोग
जोधपुर, राजसमंद, हनुमानगढ़, बीकानेर, जयपुर द्वितीय, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, बाड़मेर, बारां, करौली, पाली, धौलपुर, झालावाड़, बांसवाड़ा और चूरू में 45 प्लस श्रेणी के 70 से 80 फीसदी लोगों को पहली डोज लग चुकी है। इन जिलों में रखे स्टॉक में से 50 प्रतिशत का उपयोग 18 प्लस श्रेणी में किया जाएगा।
यहां 25 प्रतिशत उपयोग
भरतपुर, टोंक, दौसा, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, जालोर, जैसलमेर, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ में 45 प्लस श्रेणी के 70 प्रतिशत से कम लोगों को पहली डोज लगी है। इन जिलों में मौजूद स्टॉक में से 25 प्रतिशत का उपयोग 18 प्लस के लिए किया जाएगा। इन तीनों श्रेणियों के बाद शेष वैक्सीन का उपयोग 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों में होगा।