जयपुर। कोविड-19 (COVID-19) के संक्रमण को रोकने के लिए शहर में किया जा रहा सेनेटाइजेशन (Sanitation) का काम कर्फ्यू क्षेत्र और चुनिंदा जगहों को छोड़ बाकी शहर (Jaipur City) में बंद किया जा सकता है। हालांकि नगर निगम प्रशासन ने डब्ल्यूएचओ की गाइड का हवाला देते हुए जिला कलेक्टर से इसके बारे में राय मांगी है। अगर जिला कलेक्टर ने सहमति जताई तो शहर में चुनिंदा जगहों को छोड़ सेनेटाइजेशन का काम बंद होगा।
शहर में सेनेटाइजेशन काे लेकर नगर निगम आयुक्त विजयपाल सिंह ने जिला कलेक्टर से राय मांगी है कि फायर ब्रिगेड एवं नेपसेक स्प्रेयर मशीन से शहर में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है, इसके लिए छिड़काव में काैन-काैन सा केमिकल काम में लिया जाना उचित हाेगा। साथ ही यह भी पूछा गया है कि कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र, सार्वजनिक स्थानाें, क्वारेंटाइन सेंटर्स के साथ चुनिंदा जगहों पर फायर ब्रिगेड व नेपसेक स्प्रेयर मशीन के माध्यम से केमिकल छिड़काव किया जाए और इनके अलावा अन्य स्थानाें पर ऐसा छिड़काव बंद कर दिया जावें।
निगम आयुक्त ने पत्र में डब्ल्यूएचओ की गाइड का हवाला दिया है कि डब्ल्यूएचओ ने खुले में डिसइन्फेंक्टेंट का स्प्रे नहीं करने के निर्देश दिए गए है। पत्र में ये भी लिखा है कि डब्ल्यूएचओ की ओर से बताया गया है कि गलियों, बाजाराें और खुले स्थानों पर डिसइन्फेंक्टेंट के स्प्रे से फायदा इसलिए नहीं हाेता है क्याेंकि धूल और गंदगी में यह निष्क्रिय हाे जाता है। वहीं स्प्रे के सीधे संपर्क में आने से व्यक्तियों में गंभीर बीमारियां हाे सकती है। इसलिए छिड़काव संबंधी निर्देश दिए जाए। नगर निगम अधिकारियों की मानें तो शहर में सेनेटाइजेशन के लिए 37 फायर ब्रिगेड व 100 नेपसेक स्प्रेयर मशीन से केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है। इसमें सोडियम हाइपोक्लोराइट और हाइड्रोजन प्रोक्साइड से छिड़काव किया जा रहा है।