scriptऐसा आईसोलेशन होम, बीमार नहीं हो तो भी बीमार हो जाए लोग | Corona virus latest update | Patrika News

ऐसा आईसोलेशन होम, बीमार नहीं हो तो भी बीमार हो जाए लोग

locationजयपुरPublished: Mar 31, 2020 11:41:20 am

Submitted by:

JAYANT SHARMA

Corona virus latest update in Rajasthan

corona update

फ़िलीपीन्स से साथ लौटे अलवर और झुंझुनू के दो युवक, दोनों कोरोना पॉजिटिव, परिवारों को भी संक्रमण का खतरा

जयपुर, दौसा
कोरोना वायरस को देश में जितनी गंभीरता से लिया जा रहा है कि वहीं राजस्थान के दौसा जिले में यह बीमारी फिलहाल गंभीर नहीं दिख रही है या यूं कहें प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है। इसका ताजा उदाहरण बीती रात देखने को मिला जब एक साथ दस संदिग्ध मरीज भाग गए। उनमें से नौ को तो आज सवेरे तक कई थानों की पुलिस ने फिर से दबोच लिया लेकिन एक अभी तक भी नहीं मिला। संदिग्धों का कहना है कि जिस भवन को आईसोलेशन होम बनाया गया है वहां अच्छा खासा आदमी भी बीमार हो जाए, ऐसे हालात हैं।
मीणा छात्रावास है आईसोलेशन होम, दर्जनों संदिग्धों के लिए दो लेटबाथ और एक ही नल
दौसा पुलिस लाइन के नजदीक स्थित मीणा छात्रावास को कुछ दिनों से आईसोलेशन होम बनाया गया है। यहां पर सिर्फ दो लेट बाथ और नल है। उसकी भी हालत गंदगी के चलते खराब है। यहां पर अस्सी संदिग्धों को रखा गया था और अब अधिकतर को जांच के बाद घर भेज दिया गया है। लेकिन यहां सोमवार तक 19 सदिंग्धों को रखा गया था। उन पर लगातार निगरानी की जा रही है और अधिकतर की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है।
19 में से दस भाग गए, प्रशासन ने ग्यारह लिख दिए भागने वालों की लिस्ट में
इन 19 संदिग्धों में से दस बीती रात भाग गए थे। लेकिन भागने वालों की सूची में दस की जगह ग्यारह अंकित किया गया। जांच में पता चला कि एक संदिग्ध को कुछ दिन पहले ही दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उसकी जानकारी भी भागने वालों की सूची में अंकित कर दी गई। बाद में सूची को दुरूस्त किया गया। दस में से नौ तलाश लिए गए हैं और एक की तलाश जारी है। संदिग्ध जो वहां भर्ती हैं उनका कहना है कि न तो खाना ही मिलता है और न ही कोई जांच ही होती है। यहां जेल की तरह कैद किया गया है।
पांच तारीख को भागा था आज तक अता—पता नहीं
इस बीच दौसा के महुवा थाना इलाके में रहने वाला एक युवक देवेश गायब चल रहा है। उसका परिवार यहीं रह रहा है। दरअसल देवेश जयपुर के उस होटल में गार्ड था जहां से इटली से आया दम्पत्ति पॉजिटिव पाया गया था। पांच मार्च को इस बारे में प्रशसन को जानकारी मिली थी और छह मार्च से ही देवेश गायब हो गया। पुलिस प्रशासन ने न तो उसकी तलाश ही की और न ही परिजनों से ही इस बारे मे बात की। हांलाकि उसकी पहली जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और जल्द ही दूसरी जांच होनी थी। लेकिन वह पहली जांच के बाद भाग गया था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो