गुजरात के जाम नगर में काम करने वाले परिवार के ये सदस्य जब उदयपुर आ पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने उनको पकड लिया और चिकित्सा कर्मियों के हवाले कर दिया। चिकित्सका कर्मियों ने उनकी स्क्रीनिंग की और उनको कुछ दिन उदयपुर में ही आईसोलेशन में रहने की सला दे दी। लेकिन परिवार के सदस्य सोमवार रात उदयपुर से वाहनों में छुपकर रवाना हो गए। मंगलवार को जब मानसरोवर तक एक ट्रक में बैठकर पहुंचे तो गंगा जमुना पैट्रोल पंप के नजदीक गश्त कर रही यातायात पुलिस के सिपाहीयों ने ट्रक की जांच की। जांच करने पर एक युवक के हाथ में स्क्रीनिंग की सील लगी देखी तो तुरंत अफसरों और चिकित्सकों को बताया गया।
बाद में उनको पैट्रोल पंप के नजदीक ही एक निजी चिकित्सालय में आईसोलेट कर दिया गया। उनसे पूछताछ भी की जा रही है और उनकी इस हरकत के बाद पुलिस उन पर कानूनी कार्रवाई भी करने की तैयारी कर रही है। चिकित्सकों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को इस समय चिकित्सक जो आदेश दे रहे हैं उनका पालना उसको सख्ती से करना चाहिए। एक बार यह वायरस बेकाबू हो गया तो राजस्थान की सारी मेहनत पानी में मिल जाएगी।
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