अचानक जीपें आकर रुकी और भगदड़ मच गई
दरअसल कोरोना के संक्रमण के बीच देश और दुनियाभर में काम करने वाले राजस्थानी लोग किसी न किसी तरीकों से अपने घरों को लौट रहे हैं। कुछ इसी तरह से रविवार रात भी कलकत्ता से कुछ लोग दौसा जिले में आए थे। दौसा और करौली के मूल निवासी ये लोग कलकत्ता में या रोजगार और अन्य कामों के लिए गए थे। लेकिन कोरोना के डर के बीच कलकत्ता से देर रात वापस लौट आए। बांदीकुई स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन रुकी तो किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस की जीपें तुरंत बांदीकुई स्टेशन पर पहुंची तो स्टेशन पर अचानक माहौल ही बदल गया। ट्रेन से उतरे बीस से भी ज्यादा लोगों को रोकने की पुलिस ने कोशिश की।
होम आईसोलेट रहने की सलाह, कॉलोनियों में दहशत फैली
पुलिस ने ट्रेन से उतरे लोगों को रुकने का इशारा किया तो वे डर गए और दौड़ लगा दी। नतीजा ये रहा कि पुलिसकर्मियों को भी उनके पीछे दौड़ लगानी पडी और बाद में पुलिस ने उनको दबोच ही लिया। पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया और स्टेशन पर ही उनकी स्क्रीनिंग की। स्क्रीनिंग के दौरान सही पाये जाने और पूरी तरह से स्वस्थ होने पर ही पुलिस ने उनको छोड़ा और होम आईसोलेट रहने के सख्त निर्देश दिए। सभी का नाम पता दर्ज कर लिया गया है। जैसे ही इस बारे में कॉलोनी के लोगों को पता चला तो वहां भी दहशत फैल गई। लेकिन पुलिस ने कॉलोनियों में पहुंचकर स्थिति संभाली। ट्रेन से आए लोगों में गजानंद, रतनलाल, जगदीश, राकेश, महेश, ललित, मदन, प्रकाश, रामोतार, देशबंधु, रामगोपाल, महेश, बाबूलाल, श्रीचंद, बनवारी, रघुनंदन, संतोष, कमल, सुरेश, खेमराज और दिनेश शामिल हैं। इनमें से अधिकतर दौसा के रहने वाले हैं। कुछ लोग अलवर, करौली और हरियाणा के रहने वाले है।
सीमाएं सील कर रखी हैं पुलिस ने, अधिकतर ट्रेने रद्द हैं
दरअसल वायरस के संक्रमण से बचने के लिए पुलिस ने धारा 144 भी लागू कर रखी है और प्रदेश के साथ ही शहरों की सीमाएं भी सील कर रखी हैं। लेकिन उसके बाद भी लोगों का आवागमन जारी है।