कोरोना वायरस : अब रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट बनेगा हथियार
जयपुरPublished: Apr 08, 2020 12:47:36 am
देश में कोरोना वायरस के पांच हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। पूरे देश में लॉकडाउन है। इसके बावजूद संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च(आइसीएमआर) ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसके अनुसार कोरोना पीडि़त लोगों के क्लस्टर जोन और हॉटस्पॉट इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी ब्लड टेस्ट शुरू किए जाएं।
कोरोना वायरस : अब रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट बनेगा हथियार
देश में कोरोना वायरस के पांच हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। पूरे देश में लॉकडाउन है। इसके बावजूद संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च(आइसीएमआर) ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसके अनुसार कोरोना पीडि़त लोगों के क्लस्टर जोन और हॉटस्पॉट इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी ब्लड टेस्ट शुरू किए जाएं।
रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट में अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो उसे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाना चाहिए। पुष्टि के लिए उसका रियल टाइम आरटी-पीसीआर टेस्ट भी करना चाहिए। जिस तरह से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उससे कम्यूनिटी संक्रमण की आशंका बढ़ती जा रही है। ऐसे में दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों ने रैपिड टेस्ट करवाने की तैयारी शुरू कर दी है और कई राज्य इस पर विचार कर रहे हैं। वैसे यह टेस्ट आरटी-पीसीआर से सस्ता है और इसमें महज 15-30 मिनट में नतीजा आ जाता है, जबकि आरटी-पीसीआर में इसकी तुलना में बहुत अधिक समय लगता है।
क्या होता है रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट
जब भी कोई व्यक्ति किसी वायरस का शिकार होता है तो उसके शरीर में वायरस से लडऩे के लिए एंटीबॉडीज बनती हैं। रैपिड टेस्ट में एंटीबॉडीज का पता लगाया जाता है। इसे रैपिड टेस्ट इसलिए कहते हैं, क्योंकि इसके नतीजे बहुत जल्दी आ जाते हैं। इसमें व्यक्ति की अंगुली से ब्लड सैंपल लिया जाता है। इससे ये पता चल जाता है कि इम्यून सिस्टम ने वायरस को बेअसर करने के लिए एंटीबॉडीज बनाए हैं या नहीं। ऐसे में जिन लोगों में कोरोना के संक्रमण के लक्षण कभी नहीं दिखते, उनमें भी ये आसानी से समझा जा सकता है कि वह संक्रमित है या नहीं, या पहले संक्रमित था या नहीं।
दिल्ली: 1 लाख लोगों का होगा टेस्ट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दक्षिण कोरिया की तर्ज पर दिल्ली में बहुत बड़े स्तर पर टेस्टिंग करने जा रहे हैं। 50 हजार लोगों के टेस्ट के लिए किट का ऑर्डर किया है। शुक्रवार से रैपिड टेस्ट किट आने लगेंगे। हमने एक लाख लोगों के परीक्षण का आदेश दिया है। कोरोना के हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्ट किया जाएगा। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने 75 हजार रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट की मंजूरी दे दी है। कुछ ही दिन में ये किट उपलब्ध हो जाएंगे। इससे संदिग्धों का टेस्ट होगा। राजस्थान में भी राज्य सरकार इसे जल्द लागू करने का दावा कर रही है। मध्यप्रदेश में भी इस पर विचार किया जा रहा है।
आरटी-पीसीआर टेस्ट इसलिए अलग
मौजूदा समय में कोरोना संक्रमण पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाता है। इसमें नाक या गले का स्वाब सैंपल लिया जाता है, जो आरएनए पर आधारित होता है। यानी इस टेस्ट में मरीज के शरीर में वायरस के आरएनए जीनोम के सबूत खोजे जाते हैं।