कोरोना जांच अब सिर्फ पांच मिनट में… अमेरीकी कम्पनी का दावा
जयपुरPublished: Mar 28, 2020 08:09:18 pm
दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। कुछ छह लाख लोग इस वायरस से दुनियाभर में संक्रमित हैं। चीन से शुरू हुए इस वायरस से सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज इस समय अमरीका में है। यों तो दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन से लेकर दवाइयों और इसकी जांच सुलभ बनाने के लिए प्रयोग में जुटे हैं।
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JAIPUR दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। कुछ छह लाख लोग इस वायरस से दुनियाभर में संक्रमित हैं। चीन से शुरू हुए इस वायरस से सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज इस समय अमरीका में है। यों तो दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन से लेकर दवाइयों और इसकी जांच सुलभ बनाने के लिए प्रयोग में जुटे हैं। अब एक अमरीकी कम्पनी ने दावा किया है कि उन्होंने ऐसा टेस्ट किट बना लिया है, जिसमें पांच मिनट में ही पता चल जाएगा कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं। इससे मरीज को तुरंत उपचार देने में मदद मिल सकेगी। इससे पहले कोरोना की जो भी जांच की जा रही है, उसमें कम से कम 2 दिन का समय लग रहा है। आपको बता दें कि अमरीका में एक दिन में सर्वाधिक शुक्रवार को 18 हजार नए केस आए हैं। यहां कुल एक लाख चार हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हैं, जो किसी भी देश से ज्यादा हैं। वहीं अमरीका में इससे अब तक 1700 लोगों की मौत हो चुकी है। एक अमरीकी कम्पनी के इस संक्रमण की पुष्टि 5 मिनट की जांच में करने का दावा किया है। वहीं कम्पनी के मुताबिक किसी भी कोरोना नेगेटिव मामले की जांच में मात्र 13 से 15 मिनट का समय लगेगा। यह कम्पनी मेडिकल डिवाइस बनाने में अमरीका की अग्रणी कम्पनी में से एक है। कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक इससे कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की जांच में तेजी आएगी और मरीज को तुरंत इलाज मिलने से मौत के आंकड़ों को कम किया जा सकेगा। कंपनी के अधिकारी के मुताबिक यह टेस्ट उसके ID NOW प्लेटफॉर्म पर होगा। कम्पनी ने ऐसा डिवाइस बनाया है, जो मोलिक्यूलर प्रौद्योगिकी पर काम करता है। आपको बता दें कि अमरिका खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण ने कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए मोलिक्यूलर प्वाइंट ऑफ केयर टेस्ट के लिए आपातकालीन उपयोग मंजूरी जारी कर की है। जो डिवाइस बनाया गया है उसमें पांच मिनट में ही रोगी का पता लगाया जा सकेगा और इसका उपयोग किसी भी क्लिनिक में कहीं भी ले जाकर किया जा सकता है। यहां तक कि इस पोर्टेबल डिवाइस को बाजारों और चौराहों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको बता दें कि इस डिवाइस का इस्तेमाल अमरीका में इन्फ्लुएंजा ए और बी, स्ट्रेप ए और आरएसवी परीक्षण के लिए पहले से किया जा रहा है। कोरोना वायरस का संक्रमण भी फेफड़ों या निमोनिया से जुड़ा है, इसीलिए इसका टेस्ट भी इसी डिवाइस से किया जा सकेगा।