इसलिए हो रहे थे मेडिकल टीम पर हमले
पुलिस ने बताया कि पिछले सात दिनों के भीतर परकोटे क्षेत्र से तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। तीनों सोशल मीडिया और वाट्स एप के जरिए लोगों को गुमराह करने के मैसेज भेज रहे थे। मैसेज भेजे जा रहे थे कि डोर टू डोर सर्वे करने आने वाली मेडिकल टीमों से दूरी बनानी है और टेस्ट नहीं कराना है। इस तरह के मैसेज वायरल होने के बाद हमले और मारपीट के मामले सामने आए थे। हांलाकि पुलिस ने बाद में अफवाह फैलाने और झूठी जानकारियां शेयर करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
हर घर से जानकारी जुटा रही है मेडिकल टीम
परकोटे क्षेत्र में लगातार कोरोना मरीजों के मिलने के बाद करीब सात दिन से मेडिकल टीमें डोर डू डोर सर्वे कर जानकारी जुटा रही हैं। हर घर में रहने वाले हर व्यक्ति के बारे में पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है और ताकि उनकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री अंकित की जा सके। मेडिकल टीम के डोर टू डोर सर्वे के दौरान ही माणक चौक इलाके में रहने वाले पांच चीनी नागरिकों के बारे में खुलासा हुआ था। पांचों को जांच के बाद उसकी घर में होम क्वारेंटाइन किया गया है जहां से उनको छुपे हुए पाया गया था।
परकोटे क्षेत्र में लगातार कोरोना मरीजों के मिलने के बाद करीब सात दिन से मेडिकल टीमें डोर डू डोर सर्वे कर जानकारी जुटा रही हैं। हर घर में रहने वाले हर व्यक्ति के बारे में पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है और ताकि उनकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री अंकित की जा सके। मेडिकल टीम के डोर टू डोर सर्वे के दौरान ही माणक चौक इलाके में रहने वाले पांच चीनी नागरिकों के बारे में खुलासा हुआ था। पांचों को जांच के बाद उसकी घर में होम क्वारेंटाइन किया गया है जहां से उनको छुपे हुए पाया गया था।