जानकारी के अनुसार रामफूल की 27 वर्षीय बेटी कविता भारती का कुछ दिनों पहले ही आयुर्वेद चिकित्सक में चयन हुआ था। बारह दिन पूर्व कोरोना होने पर उसे आरयूएचएस में भर्ती करवाया था। कविता ने 4 मई को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसी दौरान कविता के 35 वर्षीय भाई अरविन्द को भी संक्रमित होने के बाद आरयूएचएस में भर्ती कराया गया। पोती के गम में चाकसू रह रहे 80 वर्षीय दादा लादूराम ने भी 7 मई को दम तोड़ दिया।
रविवार को दादा की तीये की बैठक थी उससे पहले ही आरयूएचएस में भर्ती अरविन्द ने भी दम तोड़ दिया। जिसका अन्तिम सस्ंकार रविवार को चाकसू में कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया गया। कविता व अरविन्द इकलौते भाई बहन थे।
अरविन्द की शादी 11 दिसम्बर 2020 को ही हुई थी। 6 दिनों में एक ही परिवार में तीन मौत होने से गम का पहाड़ टूट गया। जिसने भी सूना, उसका दिल पसीज गया। घर पर परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं पूरी ढाणी में सन्नाटा पसरा हुआ था। इकलौते बेटे-बेटी के चले जाने से रामफूल व उनकी पत्नी निर्मला बैरवा गहरे सदमे में है।