होली के लिए आमतौर पर चीन से जनवरी में सामान आना शुरू होता है। चीन से सामान आने में एक महीने तक का समय लगता है। लेकिन, अब कोरोना वायरस की वजह से जांच में समय लग रहा है। जनवरी से चीन में कई फैक्टियां बंद हैं। इसीलिए इस बार होली पर रंग, पिचकारी व स्प्रिंकलर्स आदि के लिए ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ सकती है।
कोरोना वायरस प्रकोप के कारण भारत में दवाओं का स्टॉक भी घट रहा है क्योंकि घरेलू दवा कंपनियों को चीन से रसायनों का आयात करने में काफी मुश्किलें आ रही हैं। ऐसे में इस बात की आशंका बढ़ गई है कि देश में कई जरूरी दवाओं के दाम बढ़ सकते हैं। दवा उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि थोक दवाओं के कुल आयात में चीन की हिस्सेदारी 67.56 फीसदी है। चीन में कोरोना वायरस की स्थिति अगर जल्दी नहीं सुधरी तो दवाओं में उपयोग होने वाले प्रमुख रसायनों की कीमतें बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दवाओं में कच्चे माल के रूप में उपयोग होने वाले प्रमुख रसायनों की कीमतें बढऩे का सीधा असर देश मे ंबनने वाली दवाओं पर पड़ेगा।