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नगर निगम में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

locationजयपुरPublished: Jul 21, 2018 03:40:16 pm

Submitted by:

Ankita Sharma

नगर निगम कार्यालय से बरामद की गईं फाइलों में भी कई कागज फटे मिले

Corruption in municipal corporation

Corruption in municipal corporation

एसीबी के पहुंचने से पहले फाड़ी फाइलें

अब साख बचाने के लिए मेयर ने भी जांच कमेटी गठित की

जयपुर


नगर निगम कमिश्नर रवि जैन के तबादले के साथ ही नगर निगम में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ हुआ है। बड़ी संख्या में फाइलें एसीबी लाई गई हैं। बताया जा रहा है कि अभी यह संख्या भी बढ़ सकती है। एसीबी अफसरों का कहना है कि भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं, नगर निगम के बड़े अफसरों के संपर्क में भी थे। जैसे ही मौका लगा फाइलें उठा ली गईं। गनीमत रही कि फाइलें रात को ही उठा ली गईं, नहीं तो संभवत: तबादलों की भागदौड़ में फाइलों को भी निपटाने की तैयारी कर ली गई थी। एसीबी का कहना है कि केस बड़ा होना तय है। गिरफ्तारी की संख्या बढऩा भी तय है।
तीस हजार का एसी सत्तर हजार में, पंद्रह सौ का पंखा चार हजार का
एसीबी अफसरों का कहना है कि फिलहाल केसेज की जांच शुरू हो गई है। पिछले साल मार्च के बाद बड़ी मात्रा में खरीदारी हुई है। पंखे, कूलर, एसी और बिजली के कई उपकरण महंगे दामों में खरीदे गए हैं। बताया जा रहा है कि तीस से पैंतीस हजार में आने वाला एसी सत्तर हजार तक, पंद्रह सौ में आने वाला पंखा चार हजार तक और सत्तर से अस्सी रुपए में आने वाली लाइट दो सौ रुपए तक खरीदी गई है। कूलर और अन्य बिजली उपकरण भी दुगने दामों तक लिए गए हैं। एसीबी का मानना है कि ऐसा नहीं है कि अफसरों को इसकी जानकारी नहीं हो, मगर हो सकता है उन्होंने आंखे मूंद ली हो।
जिस-जिस टेबल से फाइल गुजरीं, होगी पूछताछ
एसीबी की कार्रवाई के बाद साख बचाने के लिए मेयर ने भी एक जांच कमेटी गठित कर दी है। एसीबी के साथ ही निगम की भी जांच अलग से चलेगी। एसीबी अफसरों का कहना है कि किसी भी खरीद के लिए फाइसेंस की अप्रूवल लेना बड़ी प्रक्रिया है। लेकिन हिंमाशु इसे आसानी से करता रहा। यही कारण है कि उसने अपनी तय लिमिट से कहीं ज्यादा खरीदारी गलत तरीके से कर डाली। खरीद का खाका तैयार होने से खरीद होने तक लेकर चार से पांच चरणों में सरकारी फाइल गुजरती है। सभी जिम्मेदार लोगों से पूछताछ संभव है, जिनकी टेबल से ये फाइलें गुजरी हैं। अफसरों का कहना है कि आने वाले दिनों में गिरफ्तारी की संख्या बढ़ सकती है।
खरीद के सिस्टम को फॉलो नहीं किया
एसीबी की टीम ने निगम से गुरुवार रात को दो सौ तीस फाइलें जब्त की हैं। इनमें उद्यान शाखा और बिजली शाखा की फाइलें हैं। अधिकतर में अनियमितताएं सामने आई हैं। खरीद के सिस्टम को ही कई जगहों पर फॉलो नहीं किया गया है। एसीबी अफसरों का कहना है कि फाइलें संभवत: नष्ट करने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। यही कारण है कि बहुत सी फाइलों से महत्वपूर्ण पेज गायब हैं। कई फाइलों में उनको सफाई से निकाला गया है तो कुछ में से उन पेजेज को नोंचा गया है।
फिलहाल जो फाइलें एसीबी को मिली हैं, वे अपर्याप्त हैं। लेकिन उनको जांच में ले लिया गया है।
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