जयपुर

हाउसिंग बोर्ड के स्वर्ण जयंती समारोह में बोले गहलोत, जेडीए में फैला है भ्रष्टाचार

कोई अधिकारी नहीं लगना चाहता है जेडीए में, हाउसिंग बोर्ड के 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह में पूर्व चेयरमैन अजयपाल पर भी ली चुटकी, धारीवाल ने कर्मचारियों से की चौथी बार गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने की अपील

जयपुरFeb 23, 2020 / 02:54 pm

firoz shaifi

housing board

फिरोज सैफी/जयपुर।

हाउसिंग बोर्ड की 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी माना कि जयपुर विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार व्याप्त है। दो बिल्डिंग है उसमें एक को तोड़ेंगे, एक को पैसे लेकर छोड़ेंगे। जनता में जेडीए को लेकर यही धारणा बनी हुई है।

जेडीए में अधिकारी लगना नहीं चाहते, एक आईपीएस बैठा है वह कह रहा है मुझे हटाइए यहां से,जेडीए में जो फोर्स लगी है उसका रिव्यू करना होगा,सीएम ने हाउसिंग बोर्ड के अफसरों से कहा, आपने बिना पावर 1000 करोड़ की जमीन अतिक्रमण मुक्त करवा ली, अब पावर क्यों लेना चाहते हैं, अतिक्रमण हटाने की पावर लेते ही जेडीए जैसी स्थिति हो जाएगी


पूर्व चेयरमैन अजयपाल पर कसा तंज
समारोह में पूर्व चेयरमैन के नाते शामिल हुए सरदार अजयपाल पर भी मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत ने तंज कसा। गहलोत ने कहा कि अजयपाल का किस्सा पूरे राजस्थान में फेमस हुआ था। उस दौर में इनका फार्म हाउस बच गया ये क्या कम बात है। गहलोत ने कहा कि कभी अपने फार्म हाउस के दर्शन हमें भी कराइए। हमें भी कभी चाय नाश्ते पर या खाने पर बुलाइए। आखिर क्या खास बात है उस फार्म हाउस में। चाहे अजयपाल हो या फिर प्रताप सिंह सिंघवी, उस दौर में छोड़ा किसी को नहीं गया था। वह हस्ती आज लंदन में बैठी हैं।


गहलोत ने हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों-अधिकारियों को आह्वान किया कि वे निरोगी राजस्थान अभियान को घर-घर तक पहुंचाएं, मेरा सपना है कि कोई व्यक्ति बीमार नहीं पड़े, हमारी हर योजनाओं में इसे हम शामिल करेंगे।

गहलोत ने हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त पवन अरोड़ा पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि ये अधिकारी बहुत तेज है, इसलिए इनको हाउसिंग बोर्ड में लगाया गया है। गहलोत ने मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि आप आईएएस अधिकारियों के लिए कोई क्लब नहीं बना सके, लेकिन पवन अरोड़ा ने आरएएस अधिकारियों के लिए क्लब बनवा दिया, अगर आप ये काम इनको दे दो तो ये आईएएस के लिए भी क्लब बनवा देंगे।


हाउसिंग बोर्ड के मकानों में क्वालिटी होनी चाहिए
सीएम गहलोत ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड के मकानों में शुरू से यही शिकायतें रहीं है कि इसमें क्वालिटी नहीं होती। अगर हाउसिंग बोर्ड के मकान या तो बनने नहीं चाहिए, अगर बनते हो तो उसमें क्वालिटी मेंटन होनी चाहिए।

इससे हाउसिंग बोर्ड की प्रतिष्ठा जनता के बीच बनेगी। गहलोत ने कहा कि द्वारिका प्रसाद पुरोहित हाउसिंग बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष थे, फ्रीडम फाइटर थे। मैंने उनको बहुत नजदीक से देखा है। 20 साल पहले मैं जब मुख्यमंत्री बना था तब हाउसिंग बोर्ड की स्थिति अच्छी नहीं थी। कई उतार चढ़ाव आए।पूर्ववर्ती सरकार ने इसके लिए कहा कि इसे बंद कर दो, पता नहीं उन्होंने ऐसा क्यो कहा ये समझ से परे है।


मुख्यमंत्री और यूडीएच मंत्री के बयानों में विरोधाभास
वहीं समारोह में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल मुख्यमंत्री के बयानों में विरोधाभास भी नजर आया। पहले जहां शांति धारीवाल ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड को शक्तियां प्रदान करने के लिए विधानसभा में एक संशोधन विधेयक लाया गया है। और जल्दी ही इसी विधानसभा सत्र में इसे पारित भी करा लिया जाएगा।

वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाउसिंग बोर्ड को शक्तियां प्रदान करने की बात से बचते हुए कहा कि जब बिना पावर के जमीनें खाली करवा सकते हो तो फिर किसलिए शक्तियां चाहिए। हम कोशिश करेंगे कि बिल में आपकी भावनाओं को शामिल कर सकें।इससे पहले धारीवाल ने भी हाउसिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अजयपाल और एसएन गुप्ता पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने चेयरमैन बनाकर घर बैठा दिया।


गहलोत को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने की अपील
वहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने जेडीए कर्मचारियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने की अपील तक कर डाली। धारीवाल ने कहा कि बीच में अगर गैप आ गया तो फिर विकास के काम रुक जाएंगे। कर्मचारियों ने पहले 2003 में हमें बाहर किया, उसके बाद जब 2008 में हम सत्ता में आए तो विकास के खूब काम हुए और उसके बाद फिर 2013 में हमें फिर बाहर कर दिया। जिससे विकास के काम पूरी तरह ठप हो गए।


इससे पहले हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर पवन अरोड़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हाउसिंग बोर्ड के कामकाज की जानकारी दी। पवन अरोड़ा ने कहा कि पांच माह में 702 करोड़ रुपए का राजस्व हाउंसिंग बोर्ड ने अर्जित किया है।

मार्च तक ये आंकड़ा 1000 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगा। हाउंसिंग बोर्ड ने पांच माह में 3012 मकान बेचे हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 योजनाओं की लॉन्चिंग की, जिसमें 3 जोधपुर की योजनाएं हैं।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.