गहलोत बुधवार को झुंझुनूं जिले के पिलानी में एक अस्पताल में मल्टी स्पेशियलिटी सेवाओं के विस्तार के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रत्येक व्यक्ति बेहतर जीवन शैली अपनाकर स्वस्थ रहे तथा बीमार होने पर उसे उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलें, इस सोच के साथ निरोगी राजस्थान अभियान का शुभारंभ किया गया है। निरोगी राजस्थान के तहत प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारियों के इलाज में होने वाले बडे़ खर्च के कारण कोई परिवार बर्बाद नहीं हो। सरकार इस सोच के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कदम उठा रही है। हमारे पिछले कार्यकाल में शुरू की गई मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा तथा निःशुल्क जांच योजना में दवाओं और जांचों की संख्या और बढ़ा दी गई है। हार्ट, किडनी एवं लीवर रोगों की महंगी दवाएं भी अब निःशुल्क मिल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में राजस्थान के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज होगा।
शिक्षा, उद्यम एवं देश सेवा में अग्रणी झुंझुनूं
गहलोत ने शिक्षा के क्षेत्र में झुंझुनूं जिले में हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि आजादी के पहले भी यहां शिक्षा के लिए काफी जागरूकता थी। देश सेवा के लिए यहां के घर-घर में जज्बा है और बड़ी संख्या में युवा देश की सेना में हैं।
देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में यहां के उद्यमियों का बड़ा योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था कठिन दौर से गुजर रही है। देश-दुनिया के बड़े अर्थशास्त्री इस पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हर परिस्थिति में राज्य सरकार पूरी मजबूती के साथ जनता के साथ खड़ी है।
घूंघट की कैद से बाहर आएं महिलाएं
मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तीकरण का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान की महिलाओं को घूंघट की कैद से अब बाहर आना चाहिए। महिलाओं को अब इस प्रथा को त्यागना चाहिए ताकि उनकी ताकत देश के विकास में काम आ सके। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी का स्मरण करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में समुचित स्थान मिला।