अब विदेशों की तर्ज पर होगा ट्रायल
चीन, ऑस्ट्रेलिया, अमरीका समेत कई देशों में ऐसे ट्रैक हैं। यहां मौजूदा ट्रैक पर ही परीक्षण कराते हैं। वर्तमान में किसी नई ट्रेन या वैगन का ट्रायल रेलवे की ओर से किया जाता है। उस वक्त ट्रैक पर रेल परिवहन रोक दिया जाता है। इससे रेल यातायात परिवर्तन और संचालन में देरी होती है। इसके उपयोग से कई अन्य परीक्षण भी हो सकेंगे।
चीन, ऑस्ट्रेलिया, अमरीका समेत कई देशों में ऐसे ट्रैक हैं। यहां मौजूदा ट्रैक पर ही परीक्षण कराते हैं। वर्तमान में किसी नई ट्रेन या वैगन का ट्रायल रेलवे की ओर से किया जाता है। उस वक्त ट्रैक पर रेल परिवहन रोक दिया जाता है। इससे रेल यातायात परिवर्तन और संचालन में देरी होती है। इसके उपयोग से कई अन्य परीक्षण भी हो सकेंगे।
इसलिए इसे चुना
इस ट्रैक के लिए गुढ़ा से ठठाना मीठड़ी को चुनने के पीछे सबसे बड़ी वजह इस दूरी के बीच पुरानी मीटर गेज लाइन है, जो दबी हुई है। उसका उपयोग हो सकेगा। इस बीच कुछ जगह रेलवे की भूमि भी है। यहां टेस्ट ट्रैक के लिए प्रयोगशाला, आवास वर्कशॉप आदि भी बनने हैं।
( देवेंद्र सिंह राठौड़ की रिपोर्ट)
इस ट्रैक के लिए गुढ़ा से ठठाना मीठड़ी को चुनने के पीछे सबसे बड़ी वजह इस दूरी के बीच पुरानी मीटर गेज लाइन है, जो दबी हुई है। उसका उपयोग हो सकेगा। इस बीच कुछ जगह रेलवे की भूमि भी है। यहां टेस्ट ट्रैक के लिए प्रयोगशाला, आवास वर्कशॉप आदि भी बनने हैं।
( देवेंद्र सिंह राठौड़ की रिपोर्ट)