सीएम अशोक गहलोत ने ऋग्वेद की ऋचा ’’क्षेत्रस्य पतिना वयं हितेनेव जयामसि’’ का जिक्र करते हुए कहा कि किसान के हित से ही हमारा कल्याण होता है। राजनीति के लिए धर्म का सहारा लेने वाली भाजपा को हमारे धार्मिक ग्रंथों में लिखी बातों का भी अनुकरण करना चाहिए। गहलोत ने कहा केंद्र सरकार को तुरंत तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर अन्नदाता को राहत देनी चाहिए।
मकरसंक्रांति की बधाई
एक अन्य ट्रवीट के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को लोहड़ी और मकर सक्रांति की शुभकामनाएं दी। गहलोत ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि वह सुबह 6 से 8 और शाम को 5 से 7 बजे तक पतंग नहीं उड़ाएं। इसके साथ ही गहलोत ने लोगों से यह भी अपील करी है कि कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। संक्रमण से बचने के लिए इस पर्व को मनाते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें मास्क आवश्यक रूप से लगाए रखें।
मकरसंक्रांति नई उम्मीद लेकर आई
सीएम गहलोत ने कहा कोरोना मामलों में कमी आई है, जबकि आज कोरोना वैक्सीन भी पहुंच गई है। केंद्रीय सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, राज्य कोविड प्रबंधन जैसे टीकाकरण का एक मॉडल दिखाएंगे। हमारे पास कम संक्रमण और सबसे कम मृत्यु दर के साथ राजस्थान में आशावादी होने के कारण हैं, लेकिन सभी से मेरी अपील है, कृपया स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करें और सावधानी बरतें। क्योंकि कोरोना का खतरा अभी भी है।