प्रदेश सचिव देवेन्द्र शास्त्री ने कहा कि सरकार एक तरफ वेंटीलेटर और ऑक्सीजन की कमी का रोना रो रही है, वहीं अजमेर जिले की नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र में 13 वेंटीलेटर और एक ऑक्सीजन प्लांट सरकारी तंत्र की अनदेखी के कारण धूल फांक रहे है। उन्हें इंस्टॉल नहीं किया गया। इसी तरह किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 8 वेंटीलेटर जो इंस्टॉल है, उनका भी उपयोग नहीं हो रहा। इनके संचालन के लिए योग्य स्टाफ नहीं है। शास्त्री ने वैक्सीन प्रोग्राम को घर-घर तक पहुंचाने के लिए शहरी निकायों के सहयोग से वार्ड वाइज शिविर लगाने का सुझाव दिया। इस कार्य में उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से भी मतभेद भुलाकर सहयोग की अपील की है।
स्मार्ट सिटी का फंड का उपयोग करे सरकार प्रदेश महिला शक्ति अध्यक्ष कीर्ति पाठक ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए फंड जुटाना महत्वपूर्ण है। इसके लिए सरकार को चाहिए कि वे स्मार्ट सिटी जैसी परियोजनाओं को कुछ समय के लिए स्थगित करें और उसका फंड महामारी से निपटने में खर्च करें। विधायक और सांसदों से भी उन्होंने अपील की है कि वे इस बीमारी से रोकने के लिए विधायक-सांसद कोष से ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें। इस कोष का पैसा वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन प्रबंधन और टेस्टिंग पर खर्च होना चाहिए।