कोरोना रोकथाम के लिए महामृत्युंजय जाप और गिलोय से रुद्राभिषेक
राज्य में कोरोना से मुक्ति और शमन (Corona prevention) के लिए राजस्थान संस्कृत अकादमी के तहत राज्य में संचालित 25 वेद विद्यालयों के बटुकों के गिलोय से रुद्राभिषेक सहित महामृत्युंजय मंत्र (mahamrityunjaya mantra) का जाप एवं पाठ किया गया। मुख्य आयोजन खोले के हनुमान मंदिर में हुआ। वेद विद्यालयों के 450 से अधिक वैदिक बटुकों की ओर से पांच लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप एवं पाठ किया गया।

कोरोना रोकथाम के लिए महामृत्युंजय जाप और गिलोय से रुद्राभिषेक
- 25 वेद विद्यालयों के 450 से अधिक वैदिक बटुकों ने जाप
- बटुकों ने किया महामृत्युंजय के पांच लाख मंत्रों का किया जाप
- खोले के हनुमान जी के मंदिर में हुआ आयोजन
जयपुर। राज्य में कोरोना से मुक्ति और शमन (Corona prevention) के लिए राजस्थान संस्कृत अकादमी के तहत राज्य में संचालित 25 वेद विद्यालयों के बटुकों के गिलोय से रुद्राभिषेक सहित महामृत्युंजय मंत्र (mahamrityunjaya mantra) का जाप एवं पाठ किया गया। मुख्य आयोजन खोले के हनुमान मंदिर में हुआ।
राजस्थान संस्कृत अकादमी के निदेशक संजय झाला ने बताया कि कला एवं संस्कृति मंत्री बी डी कल्ला व प्रशासक डॉ समित शर्मा के आह्वान पर महामारी और संक्रमण से मुक्ति के आध्यात्मिक और वैदिक उपायों के तहत वेद विद्यालयों के 450 से अधिक वैदिक बटुकों की ओर से पांच लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप एवं पाठ किया गया। यह आयोजन आमजन के कल्याण के लिए किया गया है। मुख्य पाठ राजस्थान संस्कृत अकादमी के तहत पंडित राधे लाल चौबे वेद विद्यालय और नरवर आश्रम सेवा समिति के संयुक्त तत्त्ववाधान में खोले के हनुमानजी के मंदिर में सम्पन्न हुआ।महामारी से मुक्ति के लिए अमृता (गिलोय) के साथ दुग्ध पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक किया गया। महामृत्युंजय मंत्र का जपात्मक और पाठत्मक अनुष्ठान के माध्यम से राज्य के जन जन की कल्याण एवं स्वास्थ्य संवर्धन की कामना की गई।
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