ग्रेटर निगम की के अधिशासी अभियंता मनोज गोस्वामी ने बताया कि आरयूएचएस के सामने स्थित श्मशान में साफ-सफाई का काम पूरा करवा लिया गया है। अभी परंपरागत तरीके से ही यहां शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। नगर निगम ग्रेटर क्षेत्र के किसी भी श्मशान में अभी तक विद्युत चालित शवदाह गृह की व्यवस्था ही नहीं है। इसे लेकर भी ग्रेटर नगर निगम की ओर से स्वायत्त शासन विभाग को प्रस्ताव भिजवाया गया है। ताकि आने वाले दिनों में ग्रेटर के कुछ श्मशानों में इसकी व्यवस्था की जा सके।
हैरिटेज-ग्रेटर निगम में चल रहा था विवाद अभी तक कोविड से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार हैरिटेज नगर निगम के आदर्श नगर श्मशान घाट में किया जा रहा है। ग्रेटर में मरने वाले लोगों की अंतिम संस्कार की व्यवस्था यहीं की जा रही थी। इसे लेकर हैरिटेज नगर निगम ने आपत्ति भी जताई थी। क्योंकि इस काम में पैसा और संसाधन हैरिटेज निगम को अपनी जेब से खर्च करने पड़ रहे थे।
अब सरकार देगी निकायों को पैसा पिछले दिनों ही राज्य सरकार ने कोरोना से मरने वाले लोगों की पार्थिव देह के परिवहन और अंतिम संस्कार निशुल्क करने की घोषणा की थी। निकायों को यह पैसा खर्च करना है और सरकार की ओर से इस राशि का पुनर्भरण निकायों को किया जाएगा।