सराफ ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण व्यापारी वर्ग पहले ही भयंकर वित्तीय संकट से गुजर रहा है। उस पर अनावश्यक रूप से रात्रि कर्फ्यू जारी रखने की सरकार की जिद के कारण सारा काम धंधा चौपट होने से उसकी कमर ही टूट चुकी है। पिछले दस महीनों में से लगभग छह माह लॉकडाउन के कारण व्यापार ठप रहा और लॉक डाउन हटने के बाद व्यापार सामान्य रूप से गति भी नहीं पकड़ पाया था कि रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया इससे व्यापारियों के सामने और अधिक आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
सराफ ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि कोविड के मामलों में लगातार कमी को देखते हुए देश के अन्य शहरों में रात्रि कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन जयपुर के व्यापारियों द्वारा बार—बार आग्रह करने के बाद भी राज्य सरकार ने शहर से कर्फ्यू हटाने का निर्णय नहीं लिया है, जबकि व्यापारियों की ओर से कोविड गाइडलाइन का पूर्णतः पालन किया जा रहा है। सराफ ने पत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग करते हुए कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण न्यूनतम स्तर पर है तथा वैक्सीन भी आ चुकी है इसलिए विषय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें।