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गहलोत के मन में पाप था, इसलिए वेंटिलेटर्स को काम में नहीं लिया-अरुण सिंह

locationजयपुरPublished: May 16, 2021 04:24:52 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

राजस्थान में पीएम केयर्स फंड से आए वेंटिलेटर्स को लेकर चल रही राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने वेंटिलेटर्स को लेकर बड़ा बयान दिया है।उन्होंने वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि खुद गहलोत सरकार ने सर्टिफिकेट दिया था कि सभी वेंटिलेटर्स सही हैं तो वो अचानक खराब कैसे हो गए।

गहलोत के मन में पाप था, इसलिए वेंटिलेटर्स को काम में नहीं लिया-अरुण सिंह

गहलोत के मन में पाप था, इसलिए वेंटिलेटर्स को काम में नहीं लिया-अरुण सिंह

जयपुर।

राजस्थान में पीएम केयर्स फंड से आए वेंटिलेटर्स को लेकर चल रही राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने वेंटिलेटर्स को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि खुद गहलोत सरकार ने सर्टिफिकेट दिया था कि सभी वेंटिलेटर्स सही हैं तो वो अचानक खराब कैसे हो गए। अन्य राज्यों में भी ये वेंटिलेटर्स काम कर रहे हैं। असल बात तो यह है कि इन वेंटिलेटर्स पर पीएम केयर्स फंड लिखा था। इससे पीएम की प्रसिद्धी हो जाती, इस वजह से गहलोत सरकार ने इन्हें काम में नहीं लिया। गहलोत के मन में पाप था, इस वजह से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। सिंह ने कहा कि राज्य सरकार कह रही है कि फ्लो सेंसर खराब है। जब देश का पीएम वेंटिलेटर्स पर 60 करोड़ रुपए खर्च कर सकता है तो क्या आप 300 रुपए का फ्लो सेंसर लगाकर इन्हें प्रयोग नहीं कर सकते थे। अगर ये खराब थे तो भरतपुर के निजी अस्पताल को किराए पर क्यों दिए गए ? बीकानेर में हमारे कार्यकर्ताओं ने कैसे इन्हें काम में लिया। असल बात तो यह है कि इनके मन में चोर है। अगर एक साल पहले ही इन्हें फंक्शनल कर दिया जाता तो शायद ये हालात नहीं होते। इससे पहले तो कभी भी इन्होंने पत्र नहीं लिखा कि वेंटिलेटर्स खराब हैं।
जनता भीख नहीं मांग रही ये उनका हक है

सिंह ने सरकार के समक्ष छह मांगें रखी। उन्होंने कहा कि केंद्र ने किसान सम्मान निधी के तहत किसानों को पैसा जारी किया है तो गहलोत सरकार भी अपना वादा निभाते हुए किसानों का कर्ज माफ करे। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। बिजली के बिलों के स्थाई शुल्क माफ किए जाएं। जिन गरीबों के घरों में कोरोना से मौत हुई है, उन्हें सरकार आर्थिक मदद करे। गहलोत सरकार के पास बहुत पैसा है। बस भ्रष्टाचार को खत्म करें और नीयत ठीक कर लें।
कहीं अधिकारियों के घरों में तो नहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन ?

सिंह ने कहा कि राज्य को केंद्र की ओर से बड़ी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए गए हैं। सीएम गहलोत को देखना चाहिए कि आखिरी ये इंजेक्शन कहां गए। सिंह ने आरोप लगाया कि कहीं अधिकारियों के घरों में तो नहीं हैं रेमडेसिविर इंजेक्शन ? वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने मज़ाक उड़ाना शुरू किया। अब वही कांग्रेस वेक्सीन की डिमांड कर रही है। 18 से 45 साल वाले लोगो की वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी cm गहलोत की, लेकिन उसे लेकर भी गहलोत सरकार राजनीति कर रही है। सही बात तो यह है कि केंद्र के पैसे का राज्य सरकार सही उपयोग ही नहीं कर रही है।
ऑक्सीजन उठा ही नहीं पा रही हैं राजस्थान सरकार

ऑक्सीजन सप्लाई में भेदभाव के आरोपों पर सिंह ने कहा कि केंद्र डिमांड के अनुसार ऑक्सीजन दे रही है, लेकिन राजस्थान सरकार उठा ही नहीं पा रही है। टैंकर की व्यवस्था राज्य को करनी थी, लेकिन केंद्र ने व्यवस्था की है। सब कुछ ही केंद्र को करना है तो राज्य सरकार क्या कर रही है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे दूर के राज्यों से ऑक्सीजन देने के सवाल पर सिंह ने कहा कि प्लांट वहीं हैं। सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र ने पैसा दे दिया था, लेकिन प्रदेश सरकार 16 ऑक्सीजन के प्लांट नहीं लगा पाई। गहलोत बताएं कि केंद्र से आया पैसा आखिर जा कहां रहा है।
प्रहार किए तो रखनी पड़ रही है अपनी बात

सिंह ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं। सच तो यह है कि केंद्र पर दोषरोपण के अलावा वो कुछ नहीं कर रहे हैं। इसलिए हमने भी जनता के सामने अपना पक्ष रखना शुरू किया है। सेवा ही संगठन अभियान के माध्यम से लोगों को सहायता पहुंचाई जा रही है। साथ ही हमारे नेता भी लोगों की मदद कर रहे हैं।

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