पूनियां ने कहा कि दीपावली के बाद से प्रदेश में कोरोना का महाविस्फोट लगातार जारी है, उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। प्रदेश के निजी एवं सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, अस्पतालों में बेड एवं वेंटीलेटर की उचित व्यवस्था नहीं है, जबकि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को लगातार बेहतर मेडिकल सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता दे रही है। कोरोना के मामलों में प्रदेश की राजधानी जयपुर हाॅटस्पाॅट बना हुआ है, इसके बाद जोधपुर, अजमेर, अलवर, कोटा एवं भीलवाड़ा जिले में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
पूनियां ने प्रदेश की बेहाल चिकित्सा व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और केवल मात्र कोरोना महामारी की समीक्षा कर इतिश्री कर रहे हैं, चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं, ना ही टेस्टिंग की उचित व्यवस्था है, ना ही मरीजों के लिए बेड की उचित व्यवस्था है और आॅक्सीजन सिलेण्डरों की कमी से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।