उन्होंने कहा कि जयपुर दक्षिण के मालवीय नगर, सांगानेर और बगरू विधानसभा क्षेत्र से आने वाले अन्य बीमारियों के मरीजों के इलाज के लिए जयपुरिया में ब्लैक फंगस मरीजों को भर्ती ना किया जाए तथा अस्पताल को शीघ्र कोविड फ्री करें। सराफ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण जयपुरिया हॉस्पिटल को कोविड डेडिकेटेड किया गया था जिसके चलते अन्य बीमारियों के मरीज आना बंद हो गए थे। इस कारण जयपुरिया में सामान्यतया 3 से 4 हजार का आउटडोर शून्य हो गया था। इस दौरान जयपुर दक्षिण की तीन विधानसभा क्षेत्रों के सैकड़ों लोग प्रतिदिन निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करवाने को मजबूर थे।
सराफ ने कहा कि सुखद बात यह है कि संक्रमण का बुरा दौर गुजर चुका है तथा कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। इसी कारण अन्य मरीजों की सुविधा के लिए एसएमएस हॉस्पिटल को कोविड फ्री करने तथा ब्लैक फंगस के मरीजों को भी शिफ्ट करने का फैसला लिया जा रहा है। लेकिन जयपुरिया के बजाय प्रदेश के सबसे बड़े कोविड सेंटर आरयूएचएस में शिफ्ट किया जाए।