राज्य की गहलोत सरकार को घेरने के चक्कर में भाजपा भीड़ जुटा रही है। जहां ना सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो पा रही है और ना ही मास्क पहने कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं। भाजपा महिला मोर्चा के प्रदर्शन में भी सोमवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों के खिलाफ मोर्चा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरीं तो भीड़ ज्यादा होने के कारण कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आईं। यही नहीं कई कार्यकर्ता बिना मास्क ही नारेबाजी करती दिखीं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर राजनीतिक पार्टियों पर गाइडलाइन का कोई असर क्यों नहीं है।
नारेबाजी करते हुए सिविल लाइन फाटक तक निकाली रैली भाजपा मुख्यालय से हाथों में तख्तियां और काले गुब्बारे लिए मोर्चा कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सिविल लाइन फाटक के लिए रवाना हुई। पूरे रास्ते महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार को घेरा। फाटक से पहले ही रैली खत्म हुई, यहां भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। यहां काले गुब्बारे उड़ाकर भी विरोध जताया गया। इस दौरान मोर्चा की राष्ट्रीय पदाधिकारी पूजा कपिल, कार्यवाहक महापौर शील धाभाई सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थी।
अपराधों पर लगाम लगाने में सरकार फेल प्रदर्शन में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाना हमारा काम है। जहां तक कोरोना गाइडलाइन की बात है तो सभी ने मास्क लगा रखे हैं। मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा ने कहा कि गहलोत सरकार प्रदेश में अपराध रोकने में फेल है। गृहमंत्री के रूप में महिलाओं को सुरक्षा देने में गहलोत विफल साबित हुए हैं।