पूनियां ने कहा कि प्रतिरक्षा के लिए वैक्सीनेशन के जरिए लोगों को संक्रमण से बचाने का कारगर उपाय भारत सरकार ने किया, जिसमें प्रथम चरण में 45 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन का काम शुरू हुआ और लगभग 12 करोड़ लोगों को ये वैक्सीन लग चुकी है। सबकी मांग थी कि 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को भी संक्रमण से बचाने के लिए ये वैक्सीनेशन का काम शुरू करें। इस पीएम ने एक मई से वैक्सनी की अनुमति दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील करते हुए कहा कि बिना किसी सियासी किस्म की बयानबाजी के इस वैक्सीनेशन के काम को एक मई से पुरजोर तरीके से राज्य में शुरू करना चाहिए, जिससे हम अपने नागरिकों को सुरक्षा दे सकें।
पूनियां ने लगवाई दूसरी डोज पूनियां ने गुरुवार को विधानसभा में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। उन्होंने सभी से आग्रह है कि कोरोना से बचाव के लिए भारत की स्वदेशी वैक्सीन नियमित अंतराल पर अवश्य लगवाएं, जिससे आप स्वयं को और अपने परिवार को संक्रमण से बचा सकें। आईसीएमआर की रिसर्च कहती है कि वैक्सीनेशन प्रतिरक्षा का कारगर उपाय है। पिछले दिनों की आईसीएमआर की रिसर्च के अनुसार, जिनको वैक्सीनेशन हुआ है, उनको कोरोना संक्रमण का खतरा मात्र 0.04 प्रतिशत है।