वैक्सीन के स्टोर पर पहुंचने पर विधिवत पूजा अर्चना कर एवं ढोल नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया गया। भारत बायोटेक कंपनी की बनाई कोवैक्सीन की यह पहली खेप में बीस हजार वैक्सीन हैं। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से कोविशील्ड की चार लाख 43 हजार से अधिक डोज शाम तक जयपुर पहुंचने की संभावना हैं।
Rajasthan की भौगोलिक स्थिति अलग होने और केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाने में समय लगने के कारण राज्य ने केन्द्र से वैक्सीन शीघ्र मांगी थी लेकिन केन्द्र ने पहले दिन की खेप में राजस्थान को शामिल नहीं किया।
दो केंद्रों से होगी मॉनिटरिंग
वैक्सीनेशन 16 जनवरी को होना है। इसके लिए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल और अजमेर के जेएलएन अस्पताल को केन्द्र से जोड़ा जाएगा। यहां से मरीज व अधिकारी सीधे केन्द्र से वार्तालाप कर सकेंगे। इधर, राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जिलों व पुलिस को कहा गया है कि कोल्ड चेन प्वाइंट पर 24 घंटे निगरानी रखें। परिवहन आला अधिकारियों की मौजूदगी में ही करें।
प्रमुख सचिव ने लिया जायजा
चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने एसएमएस अस्पताल में बनाए गए मॉडल वैक्सीनेशन सेंटर का जायजा लिया। यहां धन्वन्तरि भवन की पांचवीं मंजिल पर चार वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं। चारों पर रोजाना 100-100 लोगों को टीका लगेगा। एसएमएस मेडिकल कॉलेज में भी सेंटर बनाए गए हैं।
– शुरुआत में चिह्नित वर्ग यानी हैल्थ वॉरियर का ही टीकाकरण होगा।
– राज्य में पहले दिन के लिए कुल 282 वैक्सीनेशन पॉइंट तय किए गए हैं।
– संबंधित एयरपोर्ट पर जिले के सीएमएचओ, आरसीएचओ और वरिष्ठ आरएएस अधिकारी की उपस्थिति में वैक्सीन प्राप्त कर उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट के साथ राज्य वैक्सीन स्टोर तक पहुंचाया जाएगा।
– राज्य वैक्सीन स्टोर पर 2 ड्राइवर सहित डिप्टी सीएमएचओ, ब्लॉक सीएमएचओ और पुलिस ऐस्कोर्ट के साथ वैक्सीन लेने वैन भेजी जाएगी।
– जिला वैक्सीन स्टोर से कोल्ड चेन प्वाइंट तक बीसीएमओ अपने वाहन या अन्य वाहन में स्वयं की निगरानी में पुलिस सुरक्षा के साथ वैक्सीन भेजेंगे।
कलक्टर व एसपी वैक्सीन परिवहन में विशेष सावधानी की व्यवस्था करेंगे।
– कलक्टर वरिष्ठ आरएएस अधिकारी-अतिरिक्त जिला कलक्टर और एसपी-पुलिस सेवा के अधिकारी को सुरक्षा व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे।
– सीएमएचओ संपूर्ण व्यवस्था के प्रभारी व आरसीएचओ सह प्रभारी होंगे।