चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ युवाओं को प्रक्रिया पूरी करने के बाद बुधवार को यूपीएचसी स्वेज फार्म केंद्र पर 3 से 5 बजे का वैक्सीनेशन स्लॉट आवंटित हुआ। जब ये लोग मौके पर पहुंचे तो इंचार्ज डॉ. सरला गुप्ता ने कहा कि वैक्सीन समाप्त हो चुकी है। अब आप नए स्लॉट के लिए पंजीयन कराएं। पीड़ित युवाओं की सूचना पर मै स्वयं क्षेत्रीय पार्षद राहुल शर्मा के साथ केंद्र पर पहुंचा और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से पूछने व रिकॉर्ड देखने पर पता चला कि आज 200 वैक्सीन मिले थे, जिसमें 177 वैक्सीन लगाई गई। बार-बार पूछने पर भी चिकित्सा अधिकारी ने 23 वैक्सीन का जवाब नहीं दिया। जबकि वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इस केंद्र पर पिछले 4-5 दिन से भी यही हो रहा है। बाद में विरोध के बाद और वैक्सीन मंगाकर निर्धारित स्लॉट वालों को वैक्सीन लगाया गया। चतुर्वेदी ने कलेक्टर और सीएमएचओ जयपुर को भी शिकायत की है और उनसे इस केंद्र को आवंटित वैक्सीन व लगाई गई वैक्सीन की जांच कराने का आग्रह किया है।
चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के मंत्रियों व सत्ताधारी दल के विधायकों के दवाब में नियम विरुद्ध वैक्सीन लगाई जा रही है। एसओपी में स्पष्ट प्रावधान है कि जिनको वैक्सीन लगवानी है, उन्हें पूर्व में पंजीयन करवाना पड़ेगा और जो केंद्र व स्लॉट मिलेगा वहीं जाकर नियत तिथि, समय व केंद्र पर ही वैक्सीन लग सकता है। इसके बाद भी नियम विरुद्ध गैर पंजीकृत लोगों के लगा दी जाती है। ऐसे में पंजीकृत युवाओं को उलटे पाव लौटना पड़ रहा है।