जयपुर। मई माह में ग्रहों की चाल बदलेगी। तीन ग्रहों शुक्र, सूर्य व बुध का राशि परिवर्तन (Planetary zodiac change) होगा। वहीं शनि देव उलटी चाल (Shanidev Vakri) चलेंगे। इसके साथ ही वृष राशि में सूर्य, बुध, शुक्र व राहू का चतुग्रही योग बनेगा। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहों का यह राशि परिवर्तन और वृष राशि में बन रहे चतुग्रही योग (Quadratic sum) से मई में कोरोना को लेकर सरकार की पाबंदियां बढेगी। हालांकि कोरोना संक्रमण में कमी नजर नहीं आएगी।
सुख—समृद्धि का कारक देव शुक्र मेष राशि को छोड़कर 4 मई को दोपहर एक बजकर 25 मिनट वृष राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद सूर्य 14 मई को रात 11 बजकर 23 मिनट पर मेष राशि को छोड़कर वृष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही वृष राशि में चतुग्रही योग बनेगा, वृष राशि में सूर्य, बुध, शुक्र व राहू एक साथ रहेंगे, ये 26 मई को सुबह 8 बजकर 52 मिनट तक रहेंगे। ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि चतुग्रही योग से कोरोना महामारी को लेकर बदली व्यवस्थाओं पर नियंत्रण नजर आएगा। सरकार की सख्ती और बढेगी, हालांकि कोरोना संक्रमण में कमी नहीं होगी। मई माह में सत्ता परिवर्तन के योग भी बन रहे है।
बुध 26 मई को वृष राशि से निकलकर सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही चतुग्रही योग खत्म होगा। इसके बाद 30 मई को सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर बुध मिथुन राशि में वक्री होंगे। इस बीच शुक्र भी वृष राशि को छोड़कर 28 मई को रात 11 बजकर 59 मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
बनेगा जड़त्व योग ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार, बैंकिंग आदि का कारक माना जाता है। बुध ने एक मई को वृष राशि में प्रवेश किया, जहां पहले ही राहु विराजमान है। राहु के साथ बुध की युति जड़त्व योग का निर्माण करती है, ज्योतिषशास्त्र में इसे शुभ नहीं माना गया है। यह मानसिक रोग आदि का कारक होता है।
शनिदेव चलेंगे उलटी चाल
न्याय के देवता शनिदेव 23 मई को मकर राशि में वक्री होकर उलटी चाल चलेंगे। ये 23 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर वक्री होंगे, जो 11 अक्टूबर तक उलटी चाल चलेंगे। 11 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर ये मकर राशी में मार्गी होंगे।