scriptगाय को बोझ समझने वाले एक बार यह खबर जरूर पढ़े लें, क्योंकि… | cow dung uses in Idols of god | Patrika News

गाय को बोझ समझने वाले एक बार यह खबर जरूर पढ़े लें, क्योंकि…

locationजयपुरPublished: Mar 01, 2021 02:43:00 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

गाय को बोझ समझने वाले एक बार यह खबर जरूर पढ़े लें, क्योंकि अब आपको वह गाय भी हर माह हजारों रुपए कमा कर दे सकती है, जिसे आप काम की ही नहीं समझते।

cow dung uses in Idols of god

गाय को बोझ समझने वाले एक बार यह खबर जरूर पढ़े लें, क्योंकि अब आपको वह गाय भी हर माह हजारों रुपए कमा कर दे सकती है, जिसे आप काम की ही नहीं समझते।

जयपुर। देशभर में रोज कहीं ना कहीं गो-तस्करी के मामले पकड़े जा रहे हैं। गाय को बोझ समझने वाले एक बार यह खबर जरूर पढ़े लें, क्योंकि अब आपको वह गाय भी हर माह हजारों रुपए कमा कर दे सकती है, जिसे आप काम की ही नहीं समझते। यह संभव कर दिखाया है कृषि उपज मंडी समिति नोहर के सचिव पंडित विष्णु दत्त शर्मा ने, जो राजकीय सेवा में रहते हुए भी 20 सालों से प्रदेश की गोशालाओं को उद्योग शाला बनाने में जुटे हैं। इनकी बनाई मशीन से प्रदेश की एक दर्जन गोशालाओं में ना सिर्फ गाय के गोबर से होली के बडकुले बनाए जा रहे हैं, बल्कि धूपबत्ती, ईंटे, गोकाष्ठ, भगवान की मूर्तिंयां, एंटी रेडिएशन रक्षा सूत्र सहित कई उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिससे अब यह गोशालाएं स्वावलंबन की ओर बढ़ रही हैं।
15 सेंकड में गोबर गणेश, एक मिनट में 50 दीपक
पंडित शर्मा ने बताया कि इस मशीन से मात्र 15 सेकंड में गोबरिया गणेशजी और मां लक्ष्मी की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। वहीं मशीन से एक मिनट में 50 दीपक बनना भी गौशालाओं को औद्योगिक इकाई बनाने का साधक लग रहा हैं। इन गोशालों में बड़कूलों के साथ-साथ गोबर की ईंटों का निर्माण किया जा रहा हैं।
मोबाइल के बढ़ते रेडिएशन के खतरे को रोकने के लिए एन्टी रेडिएशन बेज तैयार किए जा रहे हैं, जो मोबाइल की हानिकारक किरणों से हमको बचाते हैं। यहां बन रहे हैं गोबर के उत्पादगोनंदी संरक्षण समिति जयपुर, श्री गोपाल गोशाला, किशनगढ़- रेनवाल, श्री नीलिया महादेव गोशाला चित्तौडगढ़, श्री मोनी बाबा गोशाला तिजारा अलवर, ग्राम सेवा सहकारी समिति टिब्बी हनुमानगढ़, श्री पाबूजी गो-संवर्धन संस्थान रायसिंहपुरा हनुमानगढ़, श्री राधे गोधाम श्योसिंहपुरा जयपुर में गाय के गोबर का उद्योग के रूप में नवीन आधार विकसित किया जा रहा हैं, जो आने वाले समय में कुंभकार एवं मजदूर वर्ग के लिए सहारा बनेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो