पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर ने बताया कि 15 सितम्बर को शहर की एक सेवानिवृत्त शिक्षिका ने कोतवाली में ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज कराया था। परिवादी ने बताया कि उसकी 28 जून को सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति से दोस्ती हुई थी। उसने अपने आपको लंदन निवासी एंड्रोलोरे बताया। करीब एक माह तक सोशल मीडिया पर बातचीत हुई। उसके बाद उसने कहा कि लंदन से एक गिफ्ट भेजा है। परिवादी गिफ्ट लेने डबोक (उदयपुर) हवाई अड्डा पहुंची।
हवाई अड्डे पर कहा, कस्टम शुल्क चुकाओ परिवादी को हवाई अड्डे पर एक महिला मिली। उसने खुद को कस्टम अधिकारी बताते हुए कस्टम शुल्क के चार लाख रुपए खाते में डालने को कहा। परिवादी ने बताए खाते में चार लाख रुपए डाल दिया। उसके बाद गिफ्ट नहीं दिया गया। उसके बाद भी झांसा देकर परिवादी से कुल 43 लाख 67 हजार रुपए ले लिए गए।
मोबाइल लोकेशन से धरे गए पुलिस ने इस मामले में विशेष टीम का गठन किया। कोतवाली प्रभारी यशदीप भल्ला की अगुवाई में टीम ने मूलत: एनम (नाइजीरिया) एवं हाल पालम कॉलोनी, नई दिल्ली बार्थोलोम्यू ऑडिकपो एवं मॉकोचुंग (नगालैंड) हाल दिल्ली निवासी उसकी पत्नी रोजलिन आसुमी को गिरफ्तार किया। आरोपियों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर दिल्ली से हिरासत में लेकर भीलवाड़ा लाया गया।
सीकर में भी हुई थी ठगी, अभी तक बरामदी कुछ नहीं
सीकर. सोशल मीडिय़ा पर दोस्ती कर गिफ्ट का झांसा देकर ठगी करने वाले नाइजीरियन गिरोह के दो ठगों को पिछले दिनों सीकर पुलिस ने भी नोएडा से गिरफ्तार किया था। गैंग ने 17 अगस्त को कांग्रेस की महिला नेता से पांच लाख रुपए ठगी की थी। मोनिका नायक गॉडिवन पत्नी अबोमा गॉडविन निवासी ओमेक्स पॉम, ग्रेटर नोएडा, एंगुन फ्रैंक उर्फ स्वीजी फिलहाल रिमांड पर है। यहां भी इंस्टाग्राम पर मित्रता का निवेदन आया और बाद में दूसरे मीडिया पर भी जोड़ लिया। इसके बाद ठगी का जाल बिछाया गया।