सीएमएचओ डॉ. गोपाल प्रसाद गोयल ने बताया कि आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. के.के. शर्मा तथा अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि शर्मा को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। राजाखेड़ा के पास स्थित श्यामू के घेर स्थित मैसर्स मां रहना वाली मिल्क प्रोडक्ट्स पर वहां उपयोग में लिए जा रहे अखाद्य पदार्थ को नष्ट करवाया।
शिकायत के अनुसार खाद्य कारोबारकर्ता कान्हा स्पेशल बर्फी में अखाद्य सोप स्टोन मिला रहा था। जिसकी पुष्टि मौके पर मिले स्वादहीन सोप स्टोन जैसे बारीक पिसे चिकने सफेद पाउडर से हुई। यहां पर स्किम्ड मिल्क पाउडर, सपरेटा दूध मे रिफाइंड पामोलीन तेल तथा स्वादहीन, चिकना महीन सफेद पाउडर मिलाकर कान्हा स्पेशल बर्फी के नाम से 10 किलोग्राम की पैकिंग में तैयार कर राजस्थान के विभिन्न जिलों एवं गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में भेजा जा रहा था।
मौके पर नमूना लेने के पश्चात लगभग 1500 किलो कान्हा स्पेशल बर्फी नष्ट करवाया गया। मौके से चार सैम्पल, कान्हा स्पेशल बर्फी, स्किम्ड मिलकर पाउडर, रिफाइंड पामोलीन तेल एवं सोप स्टोन जैसा दिखने वाला स्वादहीन बारीक पिसा चिकना पाउडर का एक-एक नमूना खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत लिया गया। इस दौरान निदेशालय की सेंट्रल टीम के साथ धौलपुर से खाद्य सुरक्षा अधिकारी विश्वबंधु गुप्ता मौजूद रहे।
प्रदेश के कई जिलों में जब्त हुआ है नकली मावा
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों में जयपुर समेत, बीकानेर, अलवर, उदयपुर, नागौर आदि जिलों में नकली मावा पकड़ा गया था। इसके अलावा कई स्थानों से नकली मावे के नमूने लिए गए हैं।