सीएसटी को मिले अहम सुराग फुटेज के आधार पर आयुक्तालय की सीएसटी भी उनकी पहचान करने में लगी थी। इसी दौरान एक आॅटो रिक्शा चालक ने सीएसटी के राजवीर सिंह को बताया कि फुटेज में दिखने वाले शख्स को 30 मई को उसने परिवार सहित आॅटो में बिठाया था। इस सूचना पर पुलिस ने आगे की तफ्तीश की और आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में सामने आया कि मई माह में व्यापारी प्रभुनारायण के 2.70 लाख रुपए की चोरी भी इन्होंने की थी।
ऐसे बनाते थे निशाना यह आरोपी शहर में झुग्गी—झोपड़ियों में डेरा डाल लेते हैं और फिर भीड़भाड़ वाले इलाकों में रैकी के लिए घूमते हैं। पहले यह शादी समारोह में बैग चोरी करते थे। अभी लॉकडाउन के चलते इन्होंने मुहाना मंडी को निशाना बनाया। यह सीजन के अनुसार व्यापार और दुकान पर ग्राहकों की भीड़ देखकर के जाते थे। एक व्यक्ति बैग के आस—पास व अन्य इधर—उधर घूमते रहते थे। तरबूज व्यापारी को भी इसीलिए निशाना बनाया कि उसके पास सीजन के अनुसार भीड़ थी और मोटी रकम होने की संभावना थी। यहां से बैग चुराने वाला रामा ही गिरोह का सरगना है। इसके विरुद्ध जयपुर, बूंदी, पाली, सवाईमाधोपुर में 10 प्रकरण, चुचा के विरुद्ध 5, तिवारी के विरुद्ध 3 और खली के विरुद्ध 2 प्रकरण दर्ज हैं। आरोपियों से पूछताछ कर अन्य वारदात और बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।