2016 से अप्रेल 2019 तक की इस अवधि में महिला अत्याचार के मामलों में जयपुर कमिश्नरेट पहले तो अलवर जिला दूसरे पायदान पर है। लगातार बलात्कार के मामले सामने आने से परेशान अलवर पुलिस ने सामूहिक बलात्कार के मामले को दबाने का प्रयास किया। इसी अलवर पुलिस के सवा तीन साल के आंकड़े बता रहे हैं कि यहां पर हर रोज 4 महिलाओं पर अत्याचार होता है। अत्याचार के मामले लगातार बढ़ ही रहे हैं। पेश है एक रिपोर्ट-
लगातार 4 साल, अपराधियों में खौफ पैदा नहीं कर पाई पुलिस 2016: महिला अत्याचार के कुल 28,333 मामले, जयपुर-अलवर के बाद गंगानगर 1373 प्रकरणों के साथ तीसरे, अजमेर 1320 मामलों के साथ चौथे, जबकि भीलवाड़ा 1192 प्रकरणों के साथ पांचवे नंबर पर था।
2017: महिला अत्याचार के कुल 25, 560 मामले, जयपुर-अलवर के बाद तीसरे पायदान पर अजमेर 1239, चौथे पर भीलवाड़ा 1163 और भरतपुर 1136 प्रकरणों के साथ पांचवे पायदान पर रहा। 2018: महिला अत्याचार के कुल 27,593 मामले, पहले दूसरे पायदान पर जयपुर-अलवर रहे, अजमेर 1367 मामलों के साथ तीसरे, 1212 प्रकरणों के साथ भीलवाड़ा चौथे और 1175 प्रकरणों के साथ गंगानगर पांचवे पायदान पर था।
2019: अप्रेल तक जयपुर अलवर पहले व दूसरे, अजमेर 372 प्रकरणों के साथ तीसरे और उदयपुर 347 प्रकरणों के साथ चौथे पायदान पर रहा, जबकि भरतपुर 342 मामलों के साथ पांचवें पायदान पर रहा।
जयपुर-अलवर: डरा रहे हैं महिला अत्याचार के आंकड़े जिला ————— वर्ष 2016 ——- वर्ष 2017 ——- वर्ष 2018 —- वर्ष 2019 अप्रेल तक जयपुर कमिश्नरेट —– 2200 ——— 1825 ———— 2022 ———— 544
अलवर —————- 1512 ———- 1686 ———— 1774 ———— 485 (दर्ज आंकड़े) प्रदेश में महिला अपराध के हालात अपराध ———- वर्ष 2016 —— वर्ष 2017 —– वर्ष 2018 —— वर्ष 2019 अप्रेल तक
दहेज हत्या ———- 462 ———– 457 ———- 404 ————— 126 दहेज आत्महत्या —– 167 ———– 153 ———- 153 —————- 63 महिला उत्पीडऩ —– 13811 ——– 11508 ——- 12250 ————- 5220 छेड़छाड़ ————- 4839 ——– 4883 ——– 5249 ————– 1944
बलात्कार ———– 3656 ——– 3305 ——– 4335 ————- 1509 अपहरण ———— 4010 ——- 3837 ——— 4247 ————- 1706 अन्य ————— 1388 ——- 1417 ———– 956 ————- 345