जयपुर

बडे मामलों का खुलासा फिर भी पदोन्नति नहीं

बडे मामलों का खुलासा फिर भी पदोन्नति नहीं

जयपुरMar 25, 2018 / 12:11 pm

PUNEET SHARMA

रास्ते में गाड़ियों की चेकिंग करते पुलिसकर्मी।

जयपुर।
जयपुर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस कर्मी पुलिस की साख बचाने के लिए एक के बाद एक बडे मामलों का खुलास तो कर रहे हैं लेकिन उनको विशेष पदोन्नति पर कोई निर्णय नहीं किया जा रहा है। जिससे इन पुलिस कर्मियों का मनोबल टूट रहा है। असंतुष्ठ पुलिस कर्मियों का कहना है कि यह ठीक है कि खेल कोटे से विशेष पदोन्नति दी जा सकती है लेकिन अपराधों का खुलासा करने वाले पुलिस कर्मियों को भी पदोन्नति दी जानी चाहिए। पहले पत्रावली को कमिश्नरेट से पुलिस मुख्यालय भेजा गया था तो फाइल वहां से लौट आई। लेकिन अब कमिश्नरेट के अधिकारी पत्रावली को मुख्यालय नहीं भेज रहे है।
बडे मामलों का खुलासा फिर भी पदोन्नति नहीं

कमिश्नरेट में क्राइम ब्रांच टीम के पुलिस कर्मियों के अनुसार बूथ कलेक्शन एजेंट की हत्या, एक्सिस बैंक में डकैती की साजिश, एटीम क्लोन गैग ठगी की दो गैंग, हरमाडा में हथियार तस्करों की गैंग और स्मैक और करोडों की शराब तस्करी के मामलों का खुलासा टीम ने किया है। वहीं डीजीपी ओपी गल्होत्रा का कहना है कि ऐसे मामलों में पदोन्नति का निर्णय कमेटी करती है। कमेटी ही छानबीन कर तय करती है कि मामला पदोन्नति देने लायक है या नहीं।
कमिश्नरेट के क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मी मायूस

असल में पुलिस विभाग में विशेष मामलों में पदोन्नति देने के लिए पुलिस मुख्यालय के स्तर पर कमेटी बनी होती है। यह कमेटी ही तय करती है कि जो कार्य पुलिसकर्मी ने किया है वह विशेष श्रेणी का है या नहीं। कई बार पुलिसकर्मी समान्य प्रकृति और समान्य डयूटी के काम को लेकर भी पदोन्नति देने के लिए कमेटी के समक्ष अपना प्रार्थना पत्र पेश कर देते है।
क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मियों का कहना है कि अपराधों का खुलास बेहद ही तकनीकी काम है और इसमें पुलिस डयूटी के हिसाब से कहीं ज्यादा मेहनत करनी होती है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.