उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि फलौदी जेल से 22 कैदियों के फरार होने की घटना के मात्र 15 दिनों के भीतर ही बीकानेर की नोखा जेल से 5 कैदियों के फरार होने की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं राज्य सरकार के पुख्ता कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोलते हुए जेल की सुरक्षा व्यवस्था की सच्चाई बयां कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और चारों तरफ अपराध और अपराधियों का तांडव मचा हुआ है। कांग्रेस राज के कुशासन में आपराधिक क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। पुलिस तंत्र की अकर्मण्यता व नाकामी के कारण अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि अब वह सुनियोजित तरीके से जब चाहे तब बड़ी आसानी से कानून व्यवस्था को धता बताकर जेल से भाग रहे हैं।
राठौड़ ने कहा कि सरकार की लचर कानून व्यवस्था के कारण जहां एक ओर राज्य की जेलें अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगार साबित हो रही है वहीं गैंगस्टर कैदियों द्वारा फोन पर लोगों को डराकर रंगदारी मांगना व जेल में मारपीट की आपराधिक घटनाएं अब आम बात हो गई है। वहीं 15 दिनों के भीतर ही जेल में बंद कैदियों के फरार व बेखौफ अपराधियों द्वारा पुलिसकर्मियों को सरेआम गोली से उड़ाने के जैसी घटना प्रदेश में अंजाम हो रही है और पुलिस का इकबाल समाप्त हो गया है। राठौड़ ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के फरार होने की घटना दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के समक्ष नतमस्तक हो चुका है। वहीं सत्ताधारी विधायक कठपुतली बन गई है। वह अपने आकाओं को खुश करने में लगे हुए हैं और उनका कानून व्यवस्था को दुरुस्त करवाने की ओर कोई ध्यान नहीं है।