राजस्थान में 14 जिलों में ओलावृष्टि से फसलें तबाह, प्रभारी मंत्री जाएंगे खेतों में तबाही देखने
राजस्थान में 14 जिलों में ओलावृष्टि से फसलें तबाह—प्रभारी मंत्री जाएंगे खेतों में तबाही देखने
जयपुर।

राजस्थान में तीन दिन से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के 14 जिलों में किसानों की फसलें तबाह हो चुकी है। फसलों की तबाही के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सक्रिए हुए और उन्होंने सरकार के प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे 8 मार्च को खेतों मे जाएं और फसल खराबे को खुद जाकर देखें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर 8 मार्च को ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 4, 5 और 6 मार्च को हुई ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेंगे और प्रभावित किसानों से मुलाकात करेंगे। फसल खराबे से पीड़ित किसानों को आपदा राहत नियमों के तहत जल्द से जल्द सहायता प्रदान की जाएगी।
गहलोत ने कहा है कि प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों से मुलाकात के साथ ही जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक कर फसल खराबे की स्थिति का आकलन करेंगे।
राज्य सरकार ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने इससे किसानों को हुए नुकसान का तुरन्त आकलन करने और यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने का संवेदनशील निर्णय लिया है।
गहलोत के निर्देश पर मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने पहले ही सभी जिला कलक्टरों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान का प्रारम्भिक आकलन करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। सभी प्रभावित जिलों में राजस्थान लैण्ड रेवेन्यू (लैण्ड रिकॉर्ड्स) रूल्स-1957 के तहत विशेष गिरदावरी कराई जा रही है, जिसकी रिपोर्ट आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग को भिजवाई जा रही है। फसल खराबे की ये रिपोर्ट आपदा प्रबन्धन एवं राहत कोष से सहायता राशि प्राप्त करने के लिए भिजवाई जाएगी।
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