किसान को सक्षम ग्राम सेवा सहकारी समितियों/लेम्पस के माध्यम से लोन के लिए आवेदन करना होगा। इस योजना का लाभ देने के लिए किसानों को श्रेणियों से बांटा गया है। एक तो सीमांत किसान जिसके पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है और दूसरा लघु किसान जिसके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है। लघु एवं सीमांत किसानों को डेढ़ लाख रुपए और इससे ज्यादा भूमि वाले किसानों को तीन लाख रुपए का लोन दिया जाएगा।
इस योजना के तहत किसान की फसल को रखकर लोन दिया जाएगा। किसान को तुरंत आर्थिक मदद हो सके और उसकी वित्तीय आवश्यकता पूरी हो सके इस उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। किसान को लोन लेने के लिए अपनी फसल गिरवी रखनी होगी। उस फसल का 70 फीसदी लोन किसान को दिया जाएगा। इसके बाद जब कभी भी किसान की फसल के अच्छे भाव बाजार में आएंगे तब किसान की गिरवी फसल को बेच कर उसका उचित मूल्य प्राप्त किया जाएगा। किसान को लोन फसल के वर्तमान बाजार भाव के आधार पर दिया जाएगा। इस योजना का फायदा किसानों को यह होगा कि आर्थिक स्थिति के अभाव में किसान अपनी फसल को कम दामों में नहीं बेच सकेगा और उसे उसकी फसल के अच्छे भाव मिल सकेंगे।