बस्सी में इलेक्ट्रिक इंजन को तैयार रखा गया था, जिससे सीआरएस ने पहले बस्सी-बांदीकुई- ढिगावड़ा रूट की डाउन लाइन का इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल लिया और फिर ढिगावड़ा- बांदीकुई-बस्सी -जयपुर – कनकपुरा रूट की अप लाइन का इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रायल लिया। लोको ट्रायल में इलेक्ट्रिक इंजन 115 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से सीआरएस स्पेशल ट्रेन को लेकर दौड़ा। इस तरह सीआरएस ने बस्सी – जयपुर – कनकपुरा के कुल 117 किलोमीटर में विद्युतिकृत ट्रेक का निरीक्षण किया गया और दोनों सेक्शनों का इलेक्ट्रिक लोको स्पीड ट्रायल भी लिया गया। अब सीआरएस की मंजूरी मिलते ही राजधानी जयपुर में रेल गाड़ियां इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी।